प्रयागराज (राजेश सिंह)। यूपी बार कौंसिल के 25 सदस्यों के चुनाव के लिए नामांकन का क्रम शुक्रवार से शुरू हो जाएगा। कौंसिल ने पहली बार चुनाव से पहले मतदाता अधिवक्ताओं की डिग्रियों और शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया है। सर्वप्रथम निवर्तमान सदस्यों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों व डिग्रियों का सत्यापन हुआ है, जो सही मिले हैं। इस बार दो लाख 49 हजार 808 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
डिग्रियों का सत्यापन कराया गया
कौंसिल के सचिव व चुनाव अधिकारी राम किशोर शुक्ल ने यह जानकारी गुरुवार को मीडिया को दी। बताया कि अधिवक्ताओं के वेरीफिकेशन डेक्लेरेशन फार्म में लगी डिग्रियों का सत्यापन कराया गया। इस क्रम में शैक्षिक अंक पत्र/प्रमाण पत्र विभिन्न बोर्ड/विश्वविद्यालय/महाविद्यालयों को प्रेषित किए गए।
डिग्रियों का सत्यापन 31 जनवरी तक हो सकता है
लगभग 70 प्रतिशत डिग्रियों का सत्यापन पूर्ण हो चुका है। शेष डिग्रियों का सत्यापन 31 जनवरी तक कराने का प्रयास है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के क्रम में ऐसे 30 प्रतिशत अधिवक्ताओं का नाम भी मतदाता सूची में है। यदि इनमें किसी अधिवक्ता की डिग्री फर्जी पाई जाती है तो उनके संबंध में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देश के अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
120 वकीलों की डिग्रियां फर्जी मिलीं
सत्यापन प्रकिया में 120 वकीलों की डिग्रियां फर्जी मिलीं। इसलिए उनके नाम मतदाता सूची में सम्मिलित नहीं किए गए हैं। इन अधिवक्ताओं के संबंध में बार काउंसिल ऑफ इंडिया को सूचित कर दिया गया है, उसके निर्देश के अनुरूप अगली कार्यवाही की जाएगी। चुनाव अधिकारी ने यह भी बताया कि जिन अधिवक्ताओं को सर्वाेच्च न्यायालय/उच्च न्यायालय, अनुशासन समिति या पंजीकरण समिति ने डिबार किया है, उनका नाम भी मतदाता सूची में नहीं है।
चुनाव कार्यक्रम
नामांकन - 14 से 19 नवंबर तक
नामांकन पत्रों की जांच 20 व 21 नवंबर
नाम वापसी - 27 नवंबर तक
प्रत्याशियों की अंतिम सूची - 28 नवंबर
मतदान (चार चरणों में)
पहला - 16 व 17 जनवरी
दूसरा - 20 व 21 जनवरी
तीसरा - 27 व 28 जनवरी
चौथा - 30 व 31 जनवरी
