प्रयागराज (राजेश सिंह)। नकल में संलिप्त रहे या किसी भी परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने के आरोप में घिरे माध्यमिक विद्यालय वर्ष 2026 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। इन विद्यालयों की सूची उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी, ताकि वह परीक्षा केंद्र न बन सकें।
ऐसे विद्यालयों की संख्या सवा छह सौ से ज्यादा है। इनमें डिबार विद्यालयों से ज्यादा संख्या उन विद्यालयों की है, जिनके विरुद्ध मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई गतिमान है।
परीक्षा केंद्र का निर्धारण आनलाइन माध्यम से किया जाएगा। परीक्षा केंद्र न बनने के लिए उन विद्यालयों की सूची अलग से अपलोड की जाएगी, जिनमें वर्ष 2023, 2024 एवं 2025 की बोर्ड परीक्षा में सचल दल एवं शिक्षा विभाग/जिला प्रशासन/एसटीएफ के निरीक्षण/पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा परीक्षा के समय सामूहिक नकल पाए जाने पर पुनरू परीक्षा करानी पड़ी।
जिन विद्यालयों को परीक्षा समिति/शासन द्वारा डिबार किए जाने का निर्णय लिया गया है, वह भी केंद्र की सूची से बाहर रहेंगे। इसमें वह विद्यालय भी हैं, जिनमें उत्तरपुस्तिकाएं परीक्षा केंद्र से बाहर लिखते हुए पकड़ा गया है। इस तरह के विद्यालयों की संख्या करीब 250 है।
इसके अलावा बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने ऐसे विद्यालयों की सूची भी तैयार कराई है, जिनके विरुद्ध मान्यता खत्म करने की कार्रवाई चल रही है। ऐसे विद्यालयों की संख्या पौने चार सौ के लगभग है। वह विद्यालय भी इसमें हैं, जिनके मान्यता का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
