पुलिस ने शुरू की गहन जांच—साजिश या हकीकत?
वायरल अधिवक्ताओं के कथित आपराधिक इतिहास: जांच के दायरे में सभी मामले, शहर में हड़कंप
प्रयागराज (राजेश सिंह)। धूमनगंज थाना परिसर में गुरुवार को हुए हंगामे ने शहर को हिला कर रख दिया। लेकिन मामला थाने तक सीमित नहीं रहा—सोशल मीडिया पर अचानक वायरल हुई एक संदिग्ध सूची ने पूरे प्रकरण को नए मोड़ पर ला दिया है। सूची में दो अधिवक्ताओं—दिव्य प्रकाश उर्फ पियूष पटेल और देवधर तिवारी—के कथित आपराधिक इतिहास का खुलासा किया गया है,जिससे पुलिस और प्रशासन की नींद उड़ा दी गई। सूत्रों का कहना है कि वायरल संदेश में दिव्य प्रकाश को धूमनगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया गया है, जिसमें हत्या, गैंगेस्टर एक्ट, बलवा और अन्य गंभीर धाराओं के मामले जोड़े गए हैं। वहीं देवधर तिवारी पर मारपीट, बलवा और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम जैसी धाराओं में मुकदमे दर्ज होने का दावा किया गया है। पुलिस अब इन दोनों अधिवक्ताओं के कथित मामलों की लाइन-बाय-लाइन पड़ताल कर रही है। वायरल सूची के स्रोत पर भी गहरी जांच जारी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे किसी संगठित समूह के हाथ होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। हंगामे के तुरंत बाद इस तरह की ‘टारगेटेड डिटेल’ का वायरल होना कई सवाल खड़े करता है।अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जांच दो मोर्चों पर चल रही है—एक, थाने में हुए हंगामे के वास्तविक कारण और इसमें शामिल लोगों की भूमिका; दूसरा, वायरल किए जा रहे आपराधिक इतिहास की सच्चाई और इसे फैलाने वाले नेटवर्क की पहचान। पुलिस ने साफ कहा कि तथ्यों के बिना किसी भी वायरल सूची पर भरोसा करना गलत होगा। पूरे मामले की धागे-धागे से जांच जारी है और कई बिंदुओं पर गहराई से काम हो रहा है। तथ्य सामने आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि ये वायरल खुलासे हकीकत हैं या किसी की सोची-समझी रणनीति।
देवधर तिवारी पुत्र बच्चू तिवारी, राजापुर, थाना कैण्ट
1. मु0अ0सं0 151/24 धारा 323/504/506 भादवि सिविल लाइन (2) मु0 अ0 सं0 49/14 धारा 147/ 148/149/307/336/452/504/506 भादवि व 4 विस्फोटक पदार्थ अधि0 थाना कैण्ट (3) मु0अ0सं0 292/16 धारा 286/323/504/ 506 भादवि थाना कैण्ट (4) मु0अ0सं0 236/24 धारा 131/191(2)/316(2)/324(4)/351(3)/352/ 75 बीएनएस थाना जार्जटाउन
दिव्य प्रकाश उर्फ पियूष पटेल पुत्र रणजीत सिंह, 15 न्यू एम0आई0जी0 प्रीतमनगर, थाना धूमनगंज (हिस्ट्रीशीटर HS- 56B दिनांक 04.04.22)
1. मु0अ0सं0 245/07 धारा 307/34 भादवि थाना कर्नलगंज (2) मु0अ0सं0 246/07 धारा 3/25 आयुध अधि0 थाना कर्नलगंज (3) मु0अ0सं0 302/07 धारा 27/30 आयुध अधि0 थाना कर्नलगंज (4) मु0 अ0सं0 438/08 धारा 302/ 120बी भादवि थाना धूमनगंज (5) मु0अ0सं0 353/12 धारा 147/ 148/149/452/336/323/504/506/507/308 भादवि थाना धूमनगंज (6) मु0अ0सं0 385/12 धारा 2/3 गैंगेस्टर एक्ट थाना धूमनगंज (7.) मु0अ0सं0 50/16 धारा 147/ 148/ 323/506 भादवि थाना धूमनगंज(8) मु0अ0सं0 438/08 धारा 307/ 323/504/506 भादवि थाना धूमनगंज (9) मु0 अ0सं0 521/16 धारा 419/420/467/468/471/323/504/506 भादवि (10) मु0अ0सं0 1307/18 धारा 302/ 201/120बी भादवि थाना धूमनगंज (11) मु0अ0सं0 153/ 20 धारा 441/447 भादवि थाना धूमनगंज (12) मु0अ0सं0 196/22 धारा 406/420 भादवि थाना धूमनगंज) पुलिस इस पूरे मामले की गहन पड़ताल कर रही है। जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगा, लेकिन यह घटना स्पष्ट कर रही है कि सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी सूची की सच्चाई को लेकर सतर्क रहना कितना जरूरी है।
