कौशांबी में हत्या की, उम्रकैद की सजा काट रहा था; कुछ देर पहले भाई से मिला था
प्रयागराज (राजेश सिंह)। नैनी सेंट्रल जेल में शनिवार देर शाम सनसनी फैल गई। उम्रकैद की सजा काट रहा बुजुर्ग कैदी पेड़ से फंदे पर लटका मिला। वह कौशांबी जिले का रहने वाला था। हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।
जेल प्रशासन ने इसे आत्महत्या बताया है, जबकि पुलिस का कहना है कि मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा। घटना से कुछ देर पहले ही कैदी ने जेल में बंद अपने भाई से मुलाकात की थी।दरी गोदाम के पास उसका शव आम के पेड़ से लटका मिला। घटना के बाद जेल प्रशासन और पुलिस दोनों जांच में जुटे हैं।
कैदियों की गिनती में खुली घटना की पोल
मृतक की पहचान कौशांबी जिले के पश्चिम शरीरा के बरुआ गांव निवासी उदय राज लोध के रूप में हुई। शाम के वक्त कैदियों की गिनती के समय एक बंदी कम निकला। खोजबीन शुरू हुई तो दरी गोदाम के पास आम के पेड़ से लटका शव मिला। जेल सूत्रों के मुताबिक, घटना से पहले उदयराज ने जेल में बंद अपने भाई ज्ञान सिंह से मुलाकात की थी।
थोड़ी देर बाद वह गायब हो गया। तलाश में उसका शव पेड़ से लटका मिला। कौशांबी में हुई हत्या के एक केस में उसके तीनों भाई भी इसी जेल में सजा काट रहे हैं। उदय राज को 20 जुलाई 2025 को कौशांबी जेल से नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया था। 23 दिसंबर 2023 को कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
जेल प्रशासन बोला- खुदकुशी की आशंका
वरिष्ठ जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया- शव पेड़ की डाली से गमछे के सहारे लटका मिला। जांच की जा रही है। क्ब्च् यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
आम तोड़ने के विवाद में हुई थी हत्या
11 जून 2020 को बरुआ गांव में बाग के आम तोड़ने को लेकर हुए विवाद में उदय राज लोध और उसके भाइयों ने मानसिंह नाम के व्यक्ति की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी थी। हत्या के इसी जुर्म में उदय राज लोध और उसके तीन भाइयों को उम्रकैद की सजा हुई थी। उदय राज की ओर से इस सजा के खिलाफ अपील हाईकोर्ट में लंबित है।