प्रयागराज (राजेश सिंह)। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को संगम सभागार में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के सम्बंध में बैठक की। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 70 प्रतिशत मतदाताओं के गणना प्रपत्र बी०एल०ओ० द्वारा संग्रह कर डिजीटाइज कर दिया गया है। कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत एसआईआर फार्म को सबमिट करने की अवधि को 04.12.2025 से बढ़ाकर 11.12.2025 तक कर दिया गया है। उन्होंने इस कार्य में लगे सभी सम्बंधित अधिकारियों व बीएलओ को शीघ्रता से शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन के कार्य को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने सभी बीएलओ को 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग का कार्य शत-प्रतिशत रूप से शीघ्रता से पूर्ण किये जाने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि एसआइआर का कार्य पूरी पारदर्शी प्रक्रिया के साथ सम्पन्न कराया जा रहा है। यदि आपकी कोई समस्या हो, तो उसके बारे में जानकारी दें, जिससे कि उस समस्या का शीघ्रता से निराकरण कराया जा सके। उन्होंने सभी सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपने-अपने बूथ लेवल एजेण्टों को अपने स्तर से सक्रिय करने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि एसआईआर का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसको निर्धारित समयावधि में प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराया जाना है।
उन्होंने मतदाताओं से कहा कि यदि आपको अपना फार्म भरने में कोई कठिनाई हो रही हो, तो आप अपने बीएलओ व कॉल सेंटर के नम्बर 1950 एवं 0532-2644024 पर सम्पर्क कर सकते है। इसके अतिरिक्त ऑनलाइन भी https://voters.eci.gov.in/ पर फार्म भरने की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने में सभी जनपद वासियों से अपना सहयोग प्रदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जो मतदाता गणना प्रपत्र भर कर देंगे, उन्हीं मतदाताओं का नाम ड्राफ्ट सूची में प्रकाशित होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी कारणवश प्रकाशित सूची में नाम छूट जाता है तो वह मतदाता फार्म-6 भर सकता है, जिससे कि उन्हें लिस्ट में सम्मिलित किया जा सके।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन पूजा मिश्रा सहित मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय/राज्यीय दलों के प्रतिनिधिगण एवं निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
