नाविक मजदूर कल्याण समिति ने मेलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में आगामी माघ मेला 2026 के लिए संगम क्षेत्र में मोटरबोट चलाने की अनुमति मांगी गई है। नाविक मजदूर कल्याण समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने मेलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर यह मांग प्रमुखता से रखी।
समिति के महासचिव जितेंद्र निषाद बजरंगी ने बताया कि प्रयागराज को स्मार्ट सिटी घोषित किया जा चुका है। ऐसे में संगम पर पारंपरिक रूप से नाव चलाने वाले नाविकों को भी समय के साथ आधुनिक बनने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नाविक समुदाय को धीरे-धीरे अपनी सामान्य नावों को मोटरबोट के रूप में विकसित करना चाहिए। जितेंद्र निषाद ने आशंका जताई कि यदि पारंपरिक नाविक इस दिशा में आगे नहीं बढ़े, तो बाहरी पूंजीपति और ठेकेदार मोटरबोट संचालन पर कब्जा कर सकते हैं। इससे पीढ़ियों से नाव चलाकर जीविकोपार्जन करने वाले निषाद समुदाय के मौलिक और पुश्तैनी अधिकार छिन सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि माघ मेले में वीआईपी सहित सभी वर्ग के तीर्थयात्री आते हैं, जिन्हें कम समय में स्नान के लिए मोटरबोट की जरूरत होती है। समिति ने मेला प्राधिकरण से मांग की है कि मोटरबोट संचालन के लिए किसी भी बाहरी व्यक्ति को टेंडर या ठेका न दिया जाए। इसके बजाय, सीधे नाविकों को लाइसेंस जारी किए जाएं, ताकि वे ठेकेदारों के अधीन बंधुआ मजदूर बनने से बच सकें और उनका पारंपरिक अधिकार सुरक्षित रहे। मेलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने ज्ञापन पर विचार करने के बाद प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मोटरबोट संचालन के लिए एक सुगम और व्यावहारिक रास्ता निकाला जाएगा। इस दौरान समिति के कई सदस्य और नाविक मौजूद रहे।