Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile Aaradhya beauty parlour

टी-20 विश्व कप टीम से शुभमन गिल के बाहर होने पर मो. कैफ नाखुश

sv news

प्रयागराज (राजेश सिंह)। टी-20 विश्व कप की टीम घोषित होने और शुभमन गिल के बाहर के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने टीम इंडिया के मौजूदा हालात और कोचिंग के तौर-तरीकों पर तीखा हमला बोला है। हालांकि शुभमन गिल की जगह संजू सैमसन को टीम में बरकरार रखने पर उन्होंने इसे सही निर्णय बताया।

प्रयागराज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कैफ ने बिना नाम लिए वर्तमान कोच, कप्तान और मैनेजमेंट को आड़े हाथों लिया। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि कोच, कप्तान पर हावी होने की कोशिश करेंगे तो टीम का हश्र भी श्ग्रेग चौपल कालश् जैसा ही होगा। 

मैदान में कप्तान ही होता है असली बास

कैफ ने भारतीय टीम की हालिया हार पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि टीम को चलाने की पूरी जिम्मेदारी कप्तान की होनी चाहिए। उन्होंने कहा, मैदान की रस्सी पार करते ही कप्तान ही असली बास होता है। आजकल कोच हर फैसले में दखल देना चाहते हैं और टीम को पूरी तरह टेकओवर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि चौपल के समय भी यही हुआ था और वह प्रयोग पूरी तरह फ्लाप रहा था।

सीनियर खिलाड़ियों की अनदेखी पर कटाक्ष

रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को लेकर चल रही चर्चाओं पर कैफ ने अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ष्पुराने अनुभवष् को हटाने की मंशा टीम के लिए घातक है। कप्तान टीम की जीत का क्रेडिट लेने के लिए सीनियर खिलाड़ियों को बाहर कर रहे हैं। हमें लगता है टीम जीते तो सारा क्रेडिट कप्तान को मिले, लेकिन अगर हारे तो रोहित शर्मा या विराट कोहली टीम में मौजूद रहेंगे तो सारा क्रेडिट उनको ही दे दिया जाएगा।

सीनियर्स को दरकिनार किया जा रहा है

कैफ ने कहा मैं खुद रणजी और अंडर-19 का कप्तान रहा हूं। बिना सीनियर खिलाड़ियों के मैच नहीं जीता जा सकता। गांगुली और धोनी ने हमेशा युवाओं और अनुभवी खिलाड़ियों के तालमेल से टीम को नंबर-एक बनाया। आज शायद श्रेय लेने की होड़ में सीनियर्स को दरकिनार किया जा रहा है।

आइपीएल टीम का दिया उदाहरण 

कैफ ने आइपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स का उदाहरण देते हुए बताया कि एक सफल कोच और कप्तान का रिश्ता कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएसके में स्टीफन फ्लेमिंग सालों से कोच हैं, लेकिन चेहरा हमेशा धोनी का ही आगे रहता है। फ्लेमिंग जानते हैं कि उन्हें पर्दे के पीछे रहकर काम करना है, न कि कप्तान पर हावी होना है।

लोग सीनियर का सम्मान देखना चाहते हैं

मोहम्मद कैफ ने कहा कि भारत की क्रिकेट संस्कृति अलग है। यहां लोग कोच को नहीं, बल्कि कप्तान को फ्रंट पर देखना चाहते हैं। सीनियर का सम्मान देखना चाहते हैं। अगर भारतीय टीम को जीत की पटरी पर वापस लौटना है, तो कप्तान को स्वतंत्र होकर कप्तानी करने देना होगा, सीनियर खिलाड़ियों को तवज्जो देना होगा, मैनेजमेंट का हस्तक्षेप बंद करना होगा। 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad