नई दिल्ली। हर भारतीय क्रिकेट प्रशंसक के लिए 2023 वनडे विश्व कप की हार एक बुरे सपने की तरह है। ऐसा ही कुछ पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के साथ भी है। रोहित ने बताया है कि वो हार उनके लिए इतनी निराशाजनक थी कि वह खेल से संन्यास लेने के बारे में सोचने लगे थे।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने 2023 वनडे विश्व कप फाइनल की हार पर विचार रखे। रोहित ने इस बात का खुलासा किया है कि ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद उनके मन में क्रिकेट से संन्यास लेने का विचार आया था। रोहित की अगुआई वाली टीम उस वक्त शानदार फॉर्म में थी और भारत अजेय रहते हुए फाइनल में पहुंचा था। भारत को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया था।
विश्व कप में दमदार फॉर्म में थे रोहित
रोहित 2023 वनडे विश्व कप में अच्छी फॉर्म में थे और उन्होंने 11 मैचों में 54.27 के औसत और 125.94 के स्ट्राइक रेट से 597 रन बनाए थे। भारतीय टीम फाइनल में 240 रन ही बना सकी थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए ट्रेविस हेड ने 120 गेंदों पर 137 रन बनाए थे जिससे कंगारू टीम ने छह विकेट से जीत हासिल की थी। एक कार्यक्रम के दौरान रोहित से हार के बाद उनकी भावनाओं और उन्होंने खुद को इससे कैसे संभाला, इस बारे में पूछा गया। भारत के पूर्व वनडे कप्तान ने कहा कि यह उनके लिए व्यक्तिगत रूप से एक कठिन क्षण था क्योंकि 2022 में टीम का कप्तान बनने के बाद विश्व कप जीतना उनका लक्ष्य था।
रोहित बोले- व्यक्तिगत रूप से कठिन समय था
रोहित ने कहा, सभी बेहद निराश थे और हमें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि क्या हुआ है। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह बहुत कठिन समय था क्योंकि मैंने उस विश्व कप के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया था, न केवल उससे दो-तीन महीने पहले, बल्कि 2022 में कप्तानी संभालने के बाद से ही मैं विश्व कप की तैयारियों में जुट गया था। मेरा एकमात्र लक्ष्य विश्व कप जीतना था, चाहे वह टी20 विश्व कप हो या 2023 विश्व कप। इसलिए जब ऐसा नहीं हो पाया, तो मैं पूरी तरह से निराश हो गया। मेरे शरीर में बिल्कुल भी ऊर्जा नहीं बची थी। मुझे इस हार से उबरने और खुद को वापस पटरी पर लाने में कुछ महीने लग गए।
रोहित ने कहा कि 2024 टी20 विश्व कप के लिए उन्हें तुरंत तैयारी करनी पड़ी, लेकिन हार का दर्द इतना गहरा था कि उन्हें लगा कि अब उनके पास खेल को देने के लिए कुछ बचा ही नहीं है। उन्होंने कहा, जब आप किसी चीज में इतना निवेश करते हैं और मनचाहा परिणाम नहीं मिलता, तो यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है। मेरे साथ भी ठीक यही हुआ। लेकिन मुझे यह भी पता था कि जिंदगी यहीं खत्म नहीं होती। यह मेरे लिए निराशा से निपटने, खुद को तैयार करने और नई शुरुआत करने का एक बड़ा सबक था। मुझे पता था कि 2024 में अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाला टी20 विश्व कप कुछ और ही है और मुझे अपना सारा ध्यान उसी पर केंद्रित करना था। आज यह कहना बहुत आसान है, लेकिन उस समय यह बेहद मुश्किल था। एक समय ऐसा भी आया जब मुझे सचमुच लगा कि मैं अब यह खेल नहीं खेलना चाहता क्योंकि इसने मेरी सारी ऊर्जा छीन ली थी और मुझे लगा कि मेरे पास कुछ भी नहीं बचा है।
रोहित ने बताया कि उन्होंने धीरे-धीरे दोबारा खेलने की प्रेरणा हासिल की। रोहित ने कहा, श्वापस आने में समय, बहुत ऊर्जा और आत्म-चिंतन लगा। मैं खुद को बार-बार याद दिलाता रहा कि यह वो चीज है जिससे मुझे सच्चा प्यार है, ये मेरे सामने है और मैं इसे इतनी आसानी से जाने नहीं दे सकता। धीरे-धीरे मैंने मेहनत करके, ऊर्जा जुटाकर और मैदान पर दोबारा सक्रिय होकर वापसी का रास्ता खोज लिया।श् मालूम हो कि वनडे विश्व कप में मिली हार के सात महीने बाद भारत ने रोहित की कप्तानी में 2024 टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय और टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं और अब भारत के लिए बस वनडे प्रारूप में ही खेलते हैं।
