मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवे चरण के मतदान के दौरान मेजा विधानसभा सीट पर न भावनाओं की बयार बही, न लोभ-मोह काम आया। प्रत्याशी की छवि औऱ क्षेत्र के प्रति समर्पण के साथ ही विकास और सुरक्षा के आधार पर मेजा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने वोट डाला है। शिक्षित व ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र में शुमार मेजा विधानसभा के मतदाता सजग व सतर्क नजर आए। उन्होंने निजी लाभ और स्थानीय बाहरी के बजाय क्षेत्र के विकास व उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखकर ईवीएम की बटन दबाई है। खानपुर निवासिनी उर्मिला मिश्रा, कुसुम मिश्रा, शांती शुक्ला, उमा देवी, बरी निवासिनी सावित्री पाण्डेय, राजेश्वरी देवी पाण्डेय, सुधा मिश्रा, सिरसा निवासिनी पुष्पा मिश्रा, आराधना मिश्रा, सविता पाण्डेय, शांति उपाध्याय परानीपुर निवासिनी उर्मिला दुबे, आशा दुबे, संतोष दुबे कुंवरपट्टी सुमन मिश्रा, कविता मिश्रा, सरिता शुक्ला, नीलम मिश्रा, व निवैया निवासिनी आशा शुक्ला, आराधना शुक्ला, सविता मिश्रा, सुमन मिश्रा, बगहा निवासिनी कविता सिंह, ज्योति सिंह, रामनगर निवासिनी उमा देवी बिंद, पुष्पा बिंद, रागिनी केशरी, आभा केशरी, सुषमा पटेल ने प्रदेश में शांति सुरक्षा और विकास के नाम पर मतदान किया।
वैसे राजनीतिक दलों ने ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा से नीलम उदयभान करवरिया, बसपा से सर्वेश तिवारी उर्फ बाबा तिवारी और कांग्रेस से शालिनी दुबे को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने 2017 में चुनाव जीतने वाली नीलम करवरिया पर पुनः दांव लगाया है। इसी तरह सत्यम दुबे, अवधेश दुबे, सत्यम केशरी, उमेश दुबे, सुभाष विश्वकर्मा, सुरेश पटेल, राजेश पटेल आदि ने कहा कि पांच साल के विकास और सुरक्षा को देखते हुए मतदान किया गया है। कुछ लोगों ने महीने में दो बार मिलने वाले राशन, प्रधानमंत्री आवास, शौचालय को लेकर मतदान किया है। अभय मिश्रा, सुनील मिश्रा, राजेश पटेल, आदर्श पाण्डेय, शिवम शुक्ला, सुमित तिवारी, आशीष यादव युवा मतदाता जो पहली बार मतदान करने पहुंचे थे ने बताया कि कुछ लोग अवसरवादी हैं जो हर दल में घूमकर चुनाव मैदान में उतरे हैं और क्षेत्र में बाहरी बनाम स्थानीय का मुद्दा गरमाने की कोशिश कर रहे हैं उनसे दूर रहकर देश के विकास को देखते हुए मतदान किया गया।