भुक्तभोगी के मुताबिक हथियार के दम पर आधा दर्जन बदमाशों ने की थी छिनैती व लूट
मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। कोतवाली मेजा द्वारा वास्तविक घटना बदलकर लिखा-पढ़ी किए जाने का एक बेहद ही गंभीर मामला प्रकाश में आया है। घटना के सत्य तथ्यों को जानने के बावजूद मेजा पुलिस ने मामले में लीपापोती की है। भुक्तभोगी ने वीडियो साक्षात्कार के दौरान बेहद ही अचंभित करने वाले घटनाक्रम की सत्यता को रखा है।
आपको बता दें कि घटना बीते 22 मार्च मेजा कोतवाली क्षेत्र भइयां की है। पथरा निवासी कमलेश कुमार पुत्र तामस लाल कोईलहा से घर लौट रहा था। उस वक्त रात्रि तकरीबन 8:00 बजे का वक्त हो रहा था। वह अभी ग्राम सभा भइया नहर से गुजर रहा था, कि पीछे से दो बाइक सवार 6 बदमाशों ने उसका रास्ता रोक लिया। भुक्तभोगी ने बताया की बदमाश हथियारों से लैस थे, जिनमें से एक बदमाश ने मेरी कनपटी पर कट्टा लगा दिया। साथ रहे अन्य बदमाश में तीन मेरी पिटाई करने लगे तथा दो सामान छिनने लगे। पत्थरों से मारकर हेलमेट को क्षतिग्रस्त कर दिया, मुझे भी चोट पहुंचाया। उक्त बदमाशों ने हथियार के दम पर मोटरसाइकिल, मोबाइल तथा जेब में रखा पर्स छीन लिए, जिसमें 500 से अधिक रुपए भी थे। इसी दरमियान एक मोटरसाइकिल सवार हमारी तरफ बढ़ रहा था। बदमाश अपनी तरफ मोटरसाइकिल आता देख, छिनैती का सारा सामान लेकर मौके से नौ दो ग्यारह हो गए। तब तक हमारी तरफ आ रहा उक्त मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति पहुंच गया, जिसे आवाज देकर रोका। भुक्तभोगी ने आगे बताया कि व्यक्ति के रुकने पर वह, उसे पहचान गया, जो उसके गांव निवासी हिम्मत सिंह थे और आप बीती बताया तो वह भी काफी घबरा गए। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना मेरे घर वालों को दी। बताया कि तब तक घटनास्थल पर आस-पास के कई ग्रामीण इकट्ठा हो गए। वही सूचना पाकर मेजा पुलिस के साथ कोरांव पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, और भुक्तभोगी युवक को मेजा थाने ले आई।
घटनाक्रम में मौके पर इकट्ठा हुए ग्रामीणों की बातों पर यदि गौर किया जाए तो ग्रामीणों के मुताबिक, उक्त घटना के बाद पूरे गांव की नाकाबंदी कर दी गई। ग्रामीण हर तरफ बदमाशों को ढूंढने लगे। उधर थाने पहुंचे भुक्तभोगी ने घटना का सारा वृतांत कोतवाली के समक्ष रखा। जहां पीड़ित भुक्तभोगी के बयानों को दरकिनार कर अपनी मर्जी के मुताबिक रिपोर्ट लिख खानापूर्ति की गई। घटनाक्रम में मेजा पुलिस के द्वारा जो रिपोर्ट दर्ज की गई है, उसके मुताबिक चार अज्ञात बदमाशों ने छिनैती की घटना को अंजाम दिया है, जिसमें दो अन्य अज्ञात बदमाशों के साथ हथियार यानी कि कट्टा को भी छिपा दिया गया। फिरहाल उक्त घटना में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मामले में पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक शेष दो अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं, जबकि भुक्तभोगी व्यक्ति कमलेश कुमार के बयानों के आधार पर अभी भी चार व्यक्ति पुलिस की पकड़ से बाहर हैं, जिनमें से दो के खिलाफ मुकदमा ही नहीं लिखा गया। दो अपराधियों का नाम न लिखे जाने से पीड़ित व्यक्ति खौफजदा है।