प्रयागराज (राजेश सिंह) इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि संकाय में 28 मार्च को हुई रैगिंग के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। रैगिंग का आरोप लगाने वाले विधि छात्र अभिनव मिश्र पर भी तमाम गंभीर आरोप लगे हैं। चिकित्सकों से परामर्श के बाद अवसादग्रस्त बेटे के पिता ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शताब्दी हास्टल में रहने वाले बीएएलएलबी के छात्र अभिनव मिश्र ने पांचवे सेमेस्टर के छात्र व मम्फोर्डगंज निवासी उज्जवल कुशवाहा पर धमकाने और अपहरण के प्रयास का केस दर्ज कराया था। मामले में चीफ प्राक्टर ने उज्जवल को इलाहाबाद विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिया था। अब उज्जवल के पिता लालचंद्र कुशवाहा ने अभिनव और एक अज्ञात पर मुकदमा कराया है। उज्जवल ने पुलिस को बताया कि 28 मार्च को वह परीक्षा देकर जैसे ही कक्ष से बाहर आया तो एक छात्र ने उससे मदद मांगी। बताया कि उसे कुछ लोग परेशान कर रहे हैं। सीनियर होने के नाते वह उनकी मदद कर दे। पहले मना करने के बाद उज्जवल पहुंचा और उन छात्रों से बोल पड़ा कि उसे परेशान न करें। आरोप है कि इस पर एक छात्र ने उज्जवल का गला दबा दिया और बोला कि दबा देंगे, मर जाओगे सारी सीनियरटी निकल जाएगी। नेतागिरी मत करो। गला छुड़वाते हुए उज्जवल ने कहा सीनियर के साथ ऐसा व्यवहार करने की शिकायत चीफ प्राक्टर से करेंगे। इतना कहकर आगे बढ़ा तो उनमें से एक छात्र ने उसे रोककर पीट दिया और फौरन किसी को फोन पर बताया कि झगड़ा हो गया है जल्दी कट्टा लेकर आओ। कुछ कदम बढऩे पर एक लड़के ने आवाज लगाया अभिनव भइया... ये लो कट्टा आ गया है। यह लोड भी है। अभिनव ने निशाना साधते हुए फायर कर दिया लेकिन गोली उसे नहीं लग पाई। एक कार सवार की मदद से वह घर पहुंचा। उज्जवल के पिता ने पुलिस को बताया कि बेटा अवसादग्रस्त हो गया और भोजन छोड़ दिया। जब उसे चिकित्सक के पास ले जाने का प्रयास किया गया तो टालमटोल करने लगा। फटकार के बाद रोते हुए उसने सारी बात बताई। पुलिस ने उज्जवल के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।