मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर सोमवार को श्रीबद्रीनाथ तिवारी इंटर कॉलेज मेजारोड में एक वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। "भारतीय पत्रकारिता मिशन अथवा व्यवसाय" विषय पर आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता पत्रकार जगदंबा प्रसाद शुक्ल तथा संचालन पत्रकार गजेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। पत्रकार अखिलेश मिश्र कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। गजेन्द्र प्रताप सिंह के संयोजन में आयोजित संगोष्टी में पत्रकारों ने अपने अपने विचार रखे। लोगों ने इस बात पर विशेष बल दिया कि पत्रकारिता को एक मिशन मानकर चलने में ही पत्रकार जगत की अस्मिता सुरक्षित है। विशिष्ट अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज पत्रकारिता कुछ बड़े घरानों या विशेष लोगों के इर्द गिर्द सिमट कर रह गई है जो शुभ संकेत नहीं है। हमें तर्कसंगत व न्यायपूर्ण पत्रकारिता का समर्थक बनकर आगे बढ़ना होगा। कार्यक्रम के संयोजक व संचालक गजेंद्र सिंह ने कहाकि पत्रकार समाज का प्रहरी होता है जिसके ऊपर लोग आंख बंद कर विश्वास करते हैं। ऐसी स्थिति में अगर हम ही अपनी राह से भटक गए तो हमारी छवि धूमिल होने से नहीं बच सकती है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जगदंबा शुक्ल ने भारत में हिंदी पत्रकारिता के जन्मदाता उदन्त मार्तण्ड के संपादक पंडित जुगलकिशोर शुक्ल को नमन किया जिन्होंने 30 मई 1826 को भारत मे पहले हिंदी अखबार का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हमें पत्रकारिता को एक मिशन मानकर चलना होगा। यदि पत्रकारिता में व्यवसाय ढूढ़ा गया तो हम समाज के उस व्यक्ति को न्याय नहीं दिला पाएंगे जो हमसे न्याय दिलाने की उम्मीद कर रहा है। गोष्टी में अरविंद सिंह बिशेन, रामकैलाश विश्वकर्मा, अखिलेश यादव, नीरज पाण्डेय, उमेश सोनी,अरुण विश्वकर्मा, विनोद कुमार, राजेश गौड़, अरविन्द गुप्ता, पूनम चौरसिया आदि ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में जय प्रकाश द्धिवेदी, रवि गुप्ता, प्रेमानंद मिश्र, आलोक द्विवेदी, विवेक विश्वकर्मा, एस पी सिंह, भूषण सिंह पटेल, शिवम विश्वकर्मा, राकेश कुमार, संजय शर्मा, चंद्रदीप सिंह, राकेश कुमार, सर्वेश दुबे, श्यामजी साहू, शैलेन्द्र कुमार, शिवम दुबे सहित क्षेत्र के पत्रकार मौजूद रहे।