प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के थरवई हत्याकांड से संबंधित फरार अपराधी को पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि 22 अप्रैल की रात थरवई इलाके के खेवराजपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के बाद फरार घुमंतू आपराधिक गिरोह के बदमाश चिंटू खरबार को गुरुवार भोर में पुलिस मुठभेड़ में लगी पैर में गोली। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो कर दिया फायर जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की थी। घायल अपराधी के पास पुलिस को अवैध हथियार मिला है। उसे उठाकर पुलिस ने अस्पताल में भर्ती किया। फरार चिंटू खरबार पर प्रयागराज के आइजी रेंज ने 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित कर रखा था। बिहार में औरंगाबाद जनपद निवासी चिंटू खरबार की तलाश में पुलिस और एसओजी की कई टीम लगातार छापे मार रही थी।इसी दौरान भोर में पुलिस को भनक लगी कि गिरोह के अपराधी सोरांव इलाके में मलाका मय भैंसाही के निकट हाइवे पर सर्विस रोड की तरफ गए हैं। पुलिस ने घेरकर रोकने का प्रयास किया तो वे फायर करने लगे। पुलिस ने भी जवाब में फायर किया। कुछ देर बाद फायरिंग थमने पर पुलिस ने ड्रैगन लाइट से रोशनी डाली तो एक अपराधी घायल पड़ा मिला। उसके पैर में गोली धंसी थी और खून बह रहा था। पास जाने पर पुलिस को अवैध असलहा और कारतूस पड़े मिले। पुलिस ने उसे दबोचा और पूछा तो उसने अपना नाम चिंटू खरबार बताया। इसी गिरोह के सात अपराधियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। आज मुठभेड़ में घायल चिंटू का सगा भाई कुख्यात अपराधी नबला खरबार भी चार मई को पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया था। उसे भी पुलिस की गोली लगी थी। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह ने प्रयागराज में हत्या और महिलाओं से दुष्कर्म की कई घटनाएं अंजाम दी थी। यह गिरोह बिहार से आकर यहां डेरा डाले हुए था।