प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। रिश्वत लेने की शिकायत करने से नाराज डेरवा चौकी इंचार्ज ने पीड़ित को बुलाकर गाली-गलौज की। इसका आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर एसपी प्रतापगढ़ ने सीओ को जांच सौंपी है। जांच रिपोर्ट मिलने पर दारोगा के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। जेठवारा क्षेत्र के सराय इंद्रावत गांव की सूरजकली गुप्ता पत्नी रामशरण गुप्ता ने एसपी को 18 मई को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया था कि 12 मई को उसने अपने घर के सामने स्थित सूखे आम के पेड़ को कटवाया था। किसी से सूचना पाकर आए चौकी इंचार्ज डेरवा राजीव कुमार तोमर उसके जेठ पारसनाथ और राम आसरे तथा देवर गोपीचंद को थाने ले गए। वहां 10 हजार रुपये रिश्वत लेने के बाद उसके जेठ व देवर को थाने से छोड़ा। सूरजकली का आरोप है कि एसपी से शिकायत करने से नाराज चौकी इंचार्ज डेरवा ने 20 मई को चौकी पर बुलाकर गाली-गलौज की। डेरवा चौकी इंचार्ज के गाली-गलौज करने का यह आडियो इंटरनेट मीडिया पर शनिवार को वायरल हो गया। इस बारे में प्रशिक्षु सीओ प्रभारी थाना इंचार्ज विनय प्रकाश साहनी ने बताया कि हरिश्चंद्र वैश्य ने एक जमीन सुनील कुमार वैश्य को बेची थी, जिसमें एक आम का पेड़ भी था। उस पेड़ को पड़ोसी पारसनाथ गुप्ता ने काट लिया। इसकी शिकायत सुनील कुमार ने की थी। पारसनाथ गुप्ता ने सुनील वैश्य के मकान में ताला भी बंद कर दिया था, जिसे चौकी इंचार्ज ने खुलवा दिया था। उसी मामले में चौकी इंचार्ज डेरवा ने पारसनाथ को थाने बुलाया। खुद को फंसता देख पारसनाथ वैश्य ने साजिश के तहत चौकी इंचार्ज के खिलाफ रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए एसपी से शिकायत की। इसकी जांच उन्होंने की तो पारसनाथ के आरोप फर्जी पाए गए। अपने ऊपर लगे फर्जी आरोप के बारे में जब चौकी इंचार्ज डेरवा ने पारसनाथ को बुलाकर पूछताछ की तो उसके साथ आए लोगों ने पूर्व नियोजित ढंग से फंसाने के लिए उन्हें उत्तेजित किया गया। उत्तेजना में आकर वह आपा खो बैठे और गालियां देने लगे। जिसका पारसनाथ के साथ आए लोगों ने आडियो बना लिया और उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। एसपी प्रतापगढ़ का कहना है कि मामला संज्ञान में है, सीओ ट्रेनिंग को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।