मांडाखास, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। क्षेत्र के सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में इन दिनों दस्त व उल्टी के मरीजों की भरमार है । ड्रिप चढ़े तमाम मरीज हर अस्पताल में बेड पर पड़े दिखाई दे रहे हैं।
भीषण उमस भरी गर्मी और लग्न बारात के चलते दस्त के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है । गुरुवार को मांडा सीएचसी के हर वार्ड के सभी बेड ऐसे ड्रिप चढ़े मरीजों से भरे रहे । बुधवार रात से गुरुवार दोपहर तक मांडा सीएचसी में कुल दो दर्जन मरीज भर्ती किये गये । भर्ती मरीजों में रजवंती देवी धरी, तारा देवी मांडा, उर्मिला पांडेय गिरधरपुर, मीना कोसड़ा कला, नीलम पयागपुर रमगढ़वा, आशीष कंदवा, किरन हंड़िया, मधु मांडा, शीला परसीधी, पंचूलाल मांडा, शहनाजबानो बघौरा खवासान, ननकू मांडा, करिश्मा लतीफपुर, साजलीन गोपीगंज, सुलेखा देवी बघौरा खवासान, शांति देवी बैरहवा, कलावती बीरपुर, सुशीला जिगना, शुभ सिंह गोरैया, संगमलाल भरारी, सीमा भारतगंज, सन्नो मांडाखास, अयाज भारतगंज आदि भर्ती किये गये । मरीजों को ड्रिप व दवा सीएचसी से ही दी गयी । सीएचसी के हर वार्ड में उल्टी, दस्त के मरीज व उनके सहयोगी भरे रहे । न केवल सीएचसी, अपितु क्षेत्र के मांडाखास, महुआरीखुर्द, भारतगंज, खवास का तारा, हाटा, सुरवांदलापुर, दोहथा, दिघिया, चिलबिला, कुखुड़ी आदि गांवों व बाजारों के प्राईवेट अस्पतालों में भी ड्रिप चढ़े ऐसे मरीजों की भरमार रही । उल्टी दस्त से अभी पूरे क्षेत्र में कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन यदि इसी तरह गर्मी बढ़ती रही और लोगों ने एहतियात न बरता, तो मौतें भी हो सकती हैं। सीएचसी अधीक्षक डाक्टर सुरेश कुमार सोनकर ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है । उन्होंने लोगों से यह भी अपील किया है कि तकलीफ बढ़ने पर सीधे सीएचसी के योग्य डाक्टरों व निशुल्क दवा का लाभ उठायें, प्राइवेट या झोलाछाप डाक्टरों की शरण में जाकर अपने धन व सेहत के साथ खिलवाड़ न करें।