प्रयागराज (राजेश सिंह)। पीडब्ल्यूडी में सड़कों के निर्माण के करोड़ों रुपये का भुगतान फंसने के बाद ठेकेदारों की धमकी से सहमे दो अधिशासी अभियंताओं के दफ्तर छोड़ने के मामले में दूसरे दिन भी कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस का कहना है कि फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। धमकी से सहमे अधिशासी अभियंता 25 दिन से अपने कार्यालय में नहीं बैठ रहे हैं। बंगले से ही वह फाइलें निबटाने के साथ ही जरूरी काम फोन पर देख रहे हैं। इससे स्थिति असहज हो गई है। मामला ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के 20 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान फंसने से संबंधित है। इस बीच बिलों का भुगतान न होने से परेशान ठेकेदारों ने बीती 18 अगस्त को मुख्य अभियंता केके पाहूजा से मुलाकात कर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। उसी दिन कुंभ मेला डिवीजन के एक्सईएन राम स्वरूप के अलावा निर्माण खंड तीन के एक्सईएन अजय कुमार गोयल के दफ्तर पहुंचे ठेकेदारों ने भुगतान न होने की उनसे वजह जानने की कोशिश की थी। तब कुछ ठेकेदारों ने कुंभ मेला डिवीजन के एक्सईएन को सुधर जाने की बात कहते हुए कड़े लहजे में धमका दिया था। इसी के बाद ठेकेदारों की धमकी से परेशान होकर कुंभ मेला डिवीजन के एक्सईएन ने दफ्तर आना ही छोड़ दिया है। वह अपने बंगले पर भी कैशियर के अलावा सिर्फ गिनती के ही अभियंताओं और कर्मचारियों से फोन पर तस्दीक के बाद ही मिल पा रहे हैं। किसी की भी शिकायत सुनने और मुलाकातियों से मिलने के लिए वह बाहर नहीं आ पा रहे। इससे दफ्तर में फाइलें लंबित पड़ती जा रही हैं। इस मामले में पुलिस की ओर से यह कहा गया कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।