कताई मिल मेजा के श्रमिकों का 38 वें दिन सत्याग्रह आंदोलन जारी
मेजा,प्रयागराज। (हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
उत्तर प्रदेश कताई मिल मजदूर संघ के बैनर तले गत 16 अगस्त से सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे कताई मिल के मजदूरों ने बुधवार को 38वें दिन अपना आंदोलन जारी रखा। बुधवार को भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष शिवदत्त पटेल ने धरना स्थल पर पहुंचकर श्रमिकों का हौसला अफजाई कर उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा इस मुद्दे को प्रयागराज के सांसद रीता बहुगुणा जोशी से बात कर त्रिपक्षीय वार्ता के लिए सहमति दिलाने का प्रयास करेंगे। भाजपा नेता के आश्वासन से श्रमिकों में नई ऊर्जा का संचार हुआ। भाजपा नेता ने कहा कि श्रमिकों की मांग जायज है। वह अपने हक की लड़ाई के लिए आंदोलन कर रहे हैं, जिसका समर्थन भाजपा कर रही है। गौरतलब है कि 1981 में तत्कालीन मुख्यमंत्री राजा विश्वनाथ प्रताप सिंह ने मेजा तहसील की पहाड़ी पर लगभग 65 एकड़ की जमीन पर क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार देने के उद्देश्य से कताई मिल की स्थापना की थी जिसमें लगभग 1500 श्रमिको को रोजगार प्राप्त हुआ था। एक समय ऐसा था यहां के धागे प्रदेश और देश में ही नहीं विदेशों में भी जाया करता था, लेकिन कंपनी के अधिकारियों की तानाशाही रवैये के कारण 1998 में मिल को घाटे में दिखाकर बंद कर दिया गया जिससे मिल में कार्य कर रहे मजदूरों का बी आर एस भी नहीं दिया गया। इसके लिए उन्होंने कई बार आंदोलन किया। यहां तक की रेल भी रोका गया। वरिष्ठ भाजपा नेता योगेश शुक्ला के नेतृत्व में मेजा से प्रयागराज कचहरी तक पैदल मार्च भी किया गया लेकिन शासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी और आज विगत 24 सालों से कंपनी खोले जाने की आश लगाए श्रमिक एक बार फिर आंदोलन की राह पर चल पड़े हैं।देखना है श्रमिको के हित की बात करने वाली वर्तमान सरकार श्रमिको के पक्ष में त्रिपक्षी वार्ता कर कंपनी को चालू करने और मजदूरों का बकाया भुगतान देने का काम करती है या नहीं।बता दे कि संघ के अध्यक्ष कृपाशंकर शुक्ला, मंत्री राम प्रसाद पांडे, अशोक मिश्रा रघुनंदन गुप्ता के नेतृत्व में श्रमिकों का आंदोलन जारी है।