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शिक्षामित्र और प्रधान की आपसी चुनावी रंजिश का शिकार बना प्राथमिक विद्यालय

SV News

एसडीएम मेजा के निर्देश पर बीइओ उरुवा ने की पूरे प्रकरण की जांच

मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। विकास खंड उरुवा के ग्राम सभा गौरा चौकठा के केवटाही बस्ती के प्राथमिक विद्यालय में विगत दिवस शुक्रवार 23 सितंबर 2022 को गाँव के ग्राम प्रधान दिनेश कुमार पांडेय अपने साथ गाँव के ही कुछ अराजक व्यक्तियों को सुबह-सुबह विद्यालय लेकर पहुँचे और उन अराजक व्यक्तियों ने स्कूल में रखे सरकारी अभिलेखों से छेड़खानी की। जिसका विरोध विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया गया। शिक्षकों द्वारा विरोध करने पर ग्राम प्रधान और उनके साथ आये व्यक्तियों द्वारा उल्टा विद्यालय पर,और सभी शिक्षकों पर ही आरोप लगाते हुए कहा गया कि विद्यालय का एमडीएम जो बच्चों को परोसा गया था,उसमें कीड़ा मिला था। उक्त पूरी घटना का वीडियो कुछ फर्जी व्यक्तियों द्वारा सोसल मीडिया पर भी डाल दिया गया था। जब वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल हुआ और विद्यालय के शिक्षकों को पता चला तो शिक्षकों ने उसी दिन शुक्रवार को ही इस पूरी घटना की शिकायत उरुवा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी और उपजिलाधिकारी,एसडीएम मेजा को लिखित रूप में जाकर दी। एसडीएम मेजा ने उसी दिन मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए उक्त पूरे प्रकरण की सही-सही जांच करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी उरुवा नीरज श्रीवास्तव को निर्देशित किया। बीइओ उरुवा उक्त मामले की जांच के लिए शनिवार 24 सितंबर को विद्यालय गए और उन्होंने ग्राम प्रधान दिनेश पांडेय और कुछ ग्रामवासियों, अभिभावकों को भी उक्त विद्यालय में बुलाया। बीइओ उरुवा ने विद्यालय के बच्चों, रसोइयों, शिक्षकों व अभिभावकों से एक-एक कर बातचीत की और पूरे प्रकरण की जानकारी ली। जांच के पश्चात जब पत्रकारों ने खंड शिक्षा अधिकारी उरुवा से उक्त प्रकरण हेतु फोन पर जानकारी ली और बात की तो खंड शिक्षा अधिकारी उरुवा में बताया कि विद्यालय के एमडीएम भोजन में किसी प्रकार का कोई कीड़ा नही पाया गया था। बल्कि यह विद्यालय के शिक्षामित्र और वर्तमान प्रधान के बीच एक आपसी चुनावी रंजिश थी। जो काफी दिनों से चली आ रही थी और जांच में यह भी पता चला कि प्रधान ने विगत जून महीने से ही विद्यालय में एमडीएम बनवाने से मना कर दिया है तब विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापक द्वारा प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कुछ सदस्यों की उपस्थिति में 16 जून से विद्यालय के एमडीएम का संचालन खुद ही से आज तक किया जा रहा है और इस तरह आपसी चुनावी रंजिश में विद्यालय के शिक्षकों को फर्जी तरीके से फंसाने का प्रयास किया जा रहा था और फ़र्ज़ी वीडियो डालकर शिक्षकों को बदनाम किया जा रहा है।

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