लखनऊ (राजेश सिंह)। भाजपा नेताओं की नाराजगी के बाद शासन ने शनिवार देर रात एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हटा दिया। उनके स्थान पर अखिलेश कुमार चौरसिया को भेजा गया है। सत्यार्थ को डीजीपी मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक स्थापना बनाया गया है। पूर्व विधायक स्वर्गीय केसर सिंह के बेटे विशाल गंगवार की गिरफ्तारी और फिर उनसे सुरक्षा छीनने को लेकर भाजपा नेताओं के निशाने पर आए एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज की दो दिन पहले ही सांसद संतोष गंगवार और वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार समेत सभी विधायकों ने एडीजी राजकुमार व आईजी रमित शर्मा से शिकायत की थी। सर्किट हाउस में हुई इस बैठक में विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा, डॉ. डीसी वर्मा, डॉ. एमपी आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा और पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य आदि मौजूद रहे थे। मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो इसे गंभीरता से लिया गया। शनिवार देर रात एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को बरेली से हटा दिया गया। सांसद के पत्र ने कर दिया कामविशाल गंगवार की गिरफ्तारी के बाद सांसद संतोष गंगवार ने एसएसपी के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इसके बाद विधायकों और भाजपा के अन्य जिम्मेदार नेताओं से इसे लेकर चर्चा की। इसके बाद संतोष गंगवार समेत कई भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज की शिकायत की। कहा, पुलिस लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इससे न केवल जनता में गलत संदेश जा रहा है बल्कि कार्यकर्ताओं का मनोबल भी टूट रहा है। सांसद के इस पत्र के बाद से ही माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री एसएसपी के खिलाफ एक्शन लेंगे।
विशाल गंगवार के अलावा ये मामले भी थे नाराजगी की वजह
सुभाषनगर थाने में प्रचारक को पीटने के बाद भाजपा नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया। फजीहत हुई तो 24 घंटे में एक्सपंज किया।
भोजीपुरा में बवाल के बाद जिला पंचायत सदस्य की गिरफ्तारी। लखनऊ तक हंगामा मचा और थाने का घेराव किया गया।
शीशगढ़ में संप्रदाय विशेष के लोगों द्वारा एक युवक की हत्या के मामले में भी पुलिस कार्रवाई से भाजपा नेता नाखुश थे।