कौशांबी (राजेश सिंह)। कौशांबी जनपद में पिपरी के गांजा गांव में हत्या की घटना में आजीवन कारावास भुगत रहा कैदी गैंगस्टर के मामले में पेशी पर शुक्रवार को अदालत आया। वहां से पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया। इससे पुलिस अधिकारियों में अफरातफरी मच गई। कौशांबी एसपी के निर्देश पर एएसपी समेत पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुट गई हैं। हालांकि, शाम तक उसका सुराग नहीं लग सका। गांजा निवासी बुदुन सिंह वर्ष 2016 में खेत की तरफ जा रहा था। इस बीच गांव का संतोष भारतीय उर्फ गंगा प्रसाद अपने दो साथियों के साथ एक अन्य युवक की हत्या की योजना बना रहा था। उनकी यह योजना बुदुन ने सुन ली। उसने इसका विरोध करते हुए ग्रामीणों को बताने की धमकी दी। बुदुन के परिवारवालों का कहना था कि इसे लेकर विपक्षी आक्रोशित हो गए। ईंट पत्थर से कूचकर उसकी हत्या कर दी। मामले में संतोष भारतीय समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई।
जिला जज की अदालत से अगस्त माह में संतोष को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपित पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी रिपोर्ट दर्ज की। शुक्रवार दोपहर गैंगस्टर के मामले में आरोपित संतोष को सुरक्षा के बीच एडीजे-7 नीरज कुमार उपाध्याय की अदालत में पेश किया गया। अदालत में पेशी लगाने के बाद वह घूमते-टहलते हुए बाहर आया और भाग निकला। यह देख सुरक्षा में लगे कर्मियों के होश उड़ गए। घटना की जानकारी पुलिस अफसरों को दी गई। अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर समेत पुलिस की कई टीमों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। वहीं, पुलिस अफसर इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि सुरक्षा कर्मी के बीच से कैदी फरार कैसे हुआ।
अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर का कहना है कि गैंगस्टर के मामले में पेशी पर आया सजायाफ्ता कैदी फरार हुआ है। इसकी सूचना मिलने के बाद उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। जांच के दौरान घटना लगभग दो बजे की पता चली है। सुरक्षा के लिए एक दीवान को तैनात किया गया था। दीवान से भी पूछताछ की जा रही है कि चूक कैसे हुई। दोषी कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।