मेजा,प्रयागराज। (हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है। गत चार दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड से आम जनजीवन बेहाल है। वहीं, शीत लहर से बचाने के लिए तहसील प्रशासन ने अलाव जलाने की व्यवस्था शुरू नहीं की है। जिससे निराश्रित लोग ठंड में सिकुड़ते नजर आ रहे हैं। वहीं राहगीर भी अलाव न जलने पर अफसरों को कोस रहे हैं। सूरज वार्ता की टीम ने विभिन्न बाजारों में भ्रमण किया तो अलाव की व्यवस्था न होने पर लोग ठिठुरते नजर आए।
सर्दी से निराश्रितों-राहगीरों को बचाने के लिए शासन के निर्देश पर एक दिसंबर से अलाव जलने शुरू हो जाते हैं। लेकिन इस बार जहां एक दिसंबर से ठंड का असर कुछ कम रहा। वहीं, अफसरों द्वारा भी अलाव जलाने की व्यवस्था में लापरवाही बरती गई और कंबल बांटने को लेकर भी अफसरों ने कोई तैयारी शुरू नहीं की है। जबकि, शासन द्वारा कंबल वितरण और अलाव को लेकर निर्देश जारी की जा चुकी है। जानकारी के अनुसार गत तीन दिन पूर्व मौसम ने अचानक करवट बदली और सर्द हवाओं के चलने से गलन बढ़ गई।कुछ दिन पूर्व तहसील प्रशासन द्वारा कुछ सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाए गए,लेकिन अब जबकि अलाव की जरूरत महसूस हुई तो तहसील प्रशासन की पोल खुल गई। एक ओर जहां आम जनमानस ठंड से सिकुड़ता नजर आ रहा है, वहीं मेजरोड बाजार में एक वृद्ध महिला ठंड से ठिठुर रही।वह सड़क के किनारे बैठी थी। शायद उसे भी आभास हो रहा था कि अलाव जल जाय तो राहत मिल सकती है। नए साल में तो सूरज का दीदार भी नहीं जीओ सका,जिससे लोगों को ठंड से अधिक परेशानी हुई। वहीं, दूसरी ओर मौसम में तेजी से हो रहे परिवर्तन के चलते सार्वजनिक स्थलों पर लोग अलाव के साथ निराश्रित कंबल वितरण का इंतजार भी करने लगे हैं। सपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने तहसील प्रशासन से शीघ्र अलाव जलाने की मांग की है।