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प्रयागराज: एटीएम से रुपए चुराने वाले तीन शातिरों को एसटीएफ ने दबोचा

SV News

एटीएम क्लोन तैयार कर खाते से उड़ाते थे रुपये

बिना गार्ड वाले एटीएम को बनाते थे निशाना

प्रयागराज (राजेश सिंह)। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर खातों से रुपये उड़ाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में एसटीएफ की प्रयागराज फील्ड इकाई ने तीन शातिर अभियुक्तों को विंध्याचल के गैपुरा चौराहे से गिरफ्तार किया है। तीनों ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
एसटीएफ, फील्ड इकाई प्रयागराज के उपाक्षीक्षक नवेंदु कुमार ने बताया कि हमें मुखबिरों से सूचना मिली थी कि मिर्जापुर जिले के विंध्याचल क्षेत्र के गैपुरा चौराहे पर एसबीआई का एटीएम है। यहां कुछ संदिग्ध लोग अक्सर आकर एटीएम बदलकर लोगों के खातों से पैसा निकाल लेते हैं। इस सूचना में एसटीएफ ने अपना जाल बिछाकर सोमवार की शाम करीब आठ बजे तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से एक दर्जन एटीएम कार्ड, दो मोबाइल फोन, एक बाइक व एटीएम से ठगी कर निकाले गए तीन हजार रुपये बरामद हुए हैं।
गिरफ्तार लोगों में नीरज कुमार यादव पुत्र शिवशंकर यादव निवासी रमई पुर थाना हंडिया प्रयागराज, रामू भारतीया पुत्र दयाराम भारतीया निवासी ग्राम खपटिहां हंडिया प्रयागराज व अंशुमान सिंह पुत्र इंद्रेश सिंह शामिल हैं और वह भी खपटिहां का ही निवासी है। पूछताछ में पता चला कि इस गैंग के मास्टर माइंड रामू भारतीया पर डेढ़ दर्जन मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
उप अधीक्षक नवेंदु कुमार ने बताया कि यह तीनों शातिर एटीएम बदलकर खाताधारकों के रुपए निकाल लेते थे। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया है कि हम ऐसे एटीएम की तलाश करते थे जहां सिक्योरिटी गार्ड तैनात नहीं होते थे। सिक्योरिटी गार्ड के न होने से हमारा काम आसान हो जाता था। हम ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाते थे जो ज्यादा पढ़े लिखे ना हों। मदद के नाम पर हम धीरे से व्यक्ति का एटीएम बदल लेते थे और जब वह हमारे एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश करता और पिन डालता था तो हम उसी समय उसका पिन याद कर लेते थे। एटीएम मिलने के बाद हमारा काम आसान हो जाता था।
एटीएम मिलने के बाद हम उस एटीएम से पैसा दूसरे राज्यों में जाकर निकालते थे। गिरफ्तार शातिरों ने बताया कि 9 जनवरी को उरुवा स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से हमने कार्ड बदलकर पांच हजार रुपए निकाले थे। इन रुपयों को आपस में बांट लिया था। उसी एटीएम से गैपुरा चौराहे पर स्थित स्टेट बैंक के एटीएम से पैसे निकालने आए थे तभी एसटीएफ ने हमें दबोच लिया। पहली बार हमने दूसरे राज्य में न जाकर गलती की और पकड़े गए। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बतायाक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान में जाकर एटीएम कार्ड बदलकर अब तक कई लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं।

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