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राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ के राष्ट्रीय महामंत्री पद पर सुनील शुक्ला की हुई नियुक्ति

 Sv news


कानपुर (राजेश सिंह) भारतीय गौवंश संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी राष्ट्रीय संस्था राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ इंद्रेश कुमार (वरिष्ठ आरएसएस नेता) एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह सेंगर की संस्तुति पर संगठन की ओर से कानपुर उत्तरप्रदेश के सुनील शुक्ला (जीतू) को राष्ट्रीय महामंत्री मनोनीत किया गया। ये जानकारी संगठन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री दिवाकर सिंह ने दी। 

सुनील शुक्ला के राष्ट्रीय महामंत्री बनाये जाने पर शहरवासियों एवं संगठन पदाधिकारियों में हर्ष की लहर है। लोग सोशल मीडिया एवं अपने अपने माध्यमों से सुनील शुक्ला को बधाई शुभकामनाएं प्रेषित कर रहे हैं।


सनातनी श्रद्धा का प्रतीक देसी गाय गौवंश के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने पर हर्ष व्यक्त करते सुनील शुक्ला ने सबसे पहले राष्ट्रीय संरक्षक डॉ इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह सेंगर सहित सभी संगठन पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं का धन्यवाद आभार प्रकट किया।

उन्होंने कहा कि देसी गाय सनातन संस्कृति में पूजनीय है उसका संरक्षण देश का संरक्षण है। भारतीय गौवंश बचेगा तो देश बचेगा। संगठन का लक्ष्य भारत सरकार से गौमाता को राष्ट्रीय दर्जा दिलाना गौमाता को राष्ट्रमाता कहलाना है जिससे भारत में सरकार की ओर से आधिकारिक संरक्षण प्राप्त हो। इससे भारत के अंदर गौकशी गौतस्करी पर प्रभावी लगाम लगेगी। 


श्री शुक्ला ने आगे कहा कि गौसंरक्षण का कार्य समाज सुधार के साथ ये जीवन लोक परलोक सब सुधारता है समाज के हर तबके को इसके लिए आगे आना होगा। खास तौर से हिंदुओं में यदि गौरक्षा भावना जागृत होगी तो धर्म रक्षा भारतीय संस्कृति की रक्षा अपने आप हो जाएगी। क्योंकि गाय सनातन का प्राण है। और इस पवित्र कार्य के लिए अवसर मिलना परम सौभाग्यशाली है। हर किसी को अपने जीवन में गौरक्षा का प्रण लेना चाहिए। संगठन की गौसंरक्षण के लिए देश के 22 राज्यों तक सक्रियता है जिसके माध्यम से एक बड़े प्लेटफार्म पर अधिक लोगों के साथ गौसंरक्षण की दिशा में बड़े और महत्वपूर्ण कार्य हो सकते हैं।

आगे गाय पर संछिप्त चर्चा करते हुए श्री शुक्ला ने बताया कि भारतीय गौवंश के गोबर गौमूत्र जनित सैकड़ों रोजगार सृजन हुए हैं आज तकनीकी इस्तेमाल से गौमूत्र गोबर आधारित कई तरह को रोजगार स्थापित किये जा सकते हैं जिनमें प्रदेश एवं केंद्र की सरकारें भी सहायता सब्सिडी प्रदान करती हैं। आवश्यकता सही जानकारियां समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना है जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों जब गौवंश किसानों गौपालकों की आमदनी का जरिया बनेगी तो अपने आप उनकी स्थिति में अभूतपूर्व सुधार होगा।

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