संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का भंडारे के साथ समापन
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
क्षेत्र के निबैया गांव में स़ंगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का समापन गत 15 जनवरी को हो गया। कथा का समापन होने पर विशेष कारणों से आज भंडारा हुआ, जिसका शुभारंभ पूज्यनीय ब्राह्मणों ने किया। इस अवसर पर समाजसेवी राजू भैया ने कहा कि कथा समापन पर होने वाले भंडारे में प्रसाद ग्रहण करना अमृत समान होता है। उन्होंने इतने सुंदर आयोजन पर शुक्ला परिवार को बधाई दी।इसके पूर्व सात दिन तक चले भागवत कथा के श्रोताओं का श्रीमद्भागवत कथा के आयोजक ओपी शुक्ला विकास शुक्ला ने माला व पटका पहनाकर स्वागत किया। कथा व्यास आचार्य शंभु शरण महाराज ने बताया कि विगत 7 जनवरी कलश यात्रा से शुरू होकर 15 जनवरी हवन यज्ञ के साथ कथा का समापन होने पर विशेष कारणों से आज भंडारा हुआ। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के उपरांत भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के लिए जिन लोगों को अवसर मिला है, वे सौभाग्यशाली है। श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के उपरांत युधिष्ठिर ने भी भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर अपना जीवन धन्य किया था।
कथा के आयोजक ओपी शुक्ला विकास शुक्ल रहा शुक्ला परिवार ने सभी का कथा में पधारने व भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने पर आभार जताया।आयोजकों ने राजकुमार शुक्ल,श्याम शुक्ला,अशोक शुक्ल,अखिलेश शुक्ला,विष्णुकांत शुक्ल,विश्वास शुक्ल,जाती शुक्ला,यश शुक्ला,अनिल शुक्ल,जितेंद्र शुक्ला,रामबाबू शुक्ल,उमेश शुक्ला,सुमित शुक्ला आदि के योगदान सराहना की है। इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी इंद्रदेव शुक्ला उर्फ राजू भैया,दयाशंकर शुक्ल,पंकज तिवारी,सत्यम त्रिपाठी,रवि पांडेय,भूपेंद्र त्रिपाठी,कमला शंकर मिश्र,अतुल,विमल, विक्की मिश्र,आचार्य हरिश्चंद्र मिश्र आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।