जौनपुर (राजकुमार श्रीवास्तव)। कृषि शिक्षा क्षेत्र में देश का सबसे मजबूत स्तम्भ सोमवार की शाम ढह गया । डॉ कीर्ति सिंह नामक यह पिलर गिरने की खबर मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी । डॉ कीर्ति को अंतिम विदाई व श्रद्धाजंलि देने वालो का उनके आवास मारुति नगर हुसैनाबाद में लोगो का तांता लग गया।
डॉ कीर्ति सिंह जिले का नाम पूरी दुनियां में रोशन किया। उन्होंने 1951 से 1955 में गवर्नमेंट एग्रीकल्चरल कॉलेज कानपुर से पढ़ाई किया । 1955 फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, यूएसए से बी.एससी, एमएस 1960 में किया तथा पीएचडी 1962 में पूरी किया था।
डॉ कीर्ति सिंह नरेंद्र देव कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 1977 से लेकर 84 तक फैजाबाद (यूपी) में डीन रहे उसके उन्होंने इस विश्वविद्यालय के 1984 से लेकर 89 तक कुलपति रहे । 1989 से 1993 तक हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर और 1993 से 1995 तक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति का कार्यभार संभाला।
1995 में डॉ सिंह के ही देखरेख में नेपाल देश में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हुआ।
इससे पूर्व डॉ कीर्ति सिंह 1963 से लेकर 1965 तक सब्जी विशेषज्ञ, जम्मू और कश्मीर, श्रीनगर, एसोसिएट प्रोफेसर / सब्जी वनस्पतिशास्त्री, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना / हिसार, 1965-70; प्रोफेसर और प्रमुख, सब्जी फसल विभाग, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में 1970-77 तक कार्य किया था।