लखनऊ (राजेश सिंह)। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के सीयूजी मोबाइल नंबर की स्पूफिंग कर जालसाज ने खुद को डीजीपी बताकर कानपुर के दो थाना प्रभारियों को फोन किया। जालसाज ने थानाप्रभारियों को झूठी अपराधिक सूचनाएं दी और अपशब्दों का प्रयोग किया। इसका ऑडियो इंटरनेट मीडिया की निगरानी के दौरान प्रकाश में आया। जिसके बाद हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
मुकदमा हजरतगंज कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक दयाशंकर द्विवेदी द्वारा दर्ज कराया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जालसाज ने 19 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर कानपुर जनपद के सजेती थाना प्रभारी को फोन किया। उन्हें झूठी अपराधिक सूचनाएं दीं और अपशब्द कहे। इसके बाद 24 फरवरी को बाबूपुरवा थानाप्रभारी को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर फोन किया। उन्हें भी अपराध से संबंधित झूठी सूचनाएं दीं और अपशब्द कहे।
इसके अलावा दोनों थाना प्रभारियों को धमकाया गया और जेल भेजने तक की धमकी दी गई। ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर भी प्रसारित हुआ। निगरानी के दौरान इंटरनेट मीडिया सेल को जब यह ऑडियो मिला, तो उसकी पड़ताल की गई। पड़ताल में पाया गया कि किसी व्यक्ति द्वारा डीजीपी के सीयूजी नंबर की स्पूफिंग कर थाना प्रभारियों को फोन कर धमकी दी गई।
इस संबंध में इंस्पेक्टर हजरतगंज अखिलेश कुमार मिश्रा से बात की गई, तो उन्होंने जानकारी देने से इंकार किया। मामले की जांच के लिए सर्विलांस और साइबर सेल समेत कई टीमें लगाई गई हैं।