मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
उत्तर प्रदेश सरकार के हस्तक्षेप के उपरांत बंद पड़ी यार्न कंपनी की मेजा, बांदा ,रसरा बलिया, एवं जौनपुर स्थित कताई मिल के प्रबंध निदेशक के बुलावा पर अनौपचारिक वार्ता हेतु शुक्रवार को उनके कानपुर स्थित कार्यालय में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल कुमार उपाध्याय की उपस्थित में श्रमिकों की लंबित मांगों के समाधान हेतु मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता में सम्मिलित हुआ।वार्ता में संघ के इकाई मंत्री राम प्रताप पांडे ने विस्तार से श्रमिकों के लंबित विवाद ले ऑफ अवधि का बकाया वेतन भुगतान
भविष्य निधि अंशदान एवं वी,आर,एस, कंपनसेशन धनराशि भुगतान में की गई त्रुटियों में सुधार कराने अथवा अवैधानिक बंदी के संबंध में श्रमिकों के पक्ष में हुए फैसला का प्रतिपालन कराने तथा अनरोल छूटे हुए श्रमिकों का भी सेवा लाभ भुगतान कराने के संबंध में विस्तृत रूप से श्रमिको का पक्ष रखते हुए समाधान हेतु प्रस्ताव पत्र एवं संगणना चार्ट रू,22, 78,63,977,०० का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।कहा गया कि भुगतान हेतु यदि प्रस्तुत प्रस्ताव एवं फॉर्मूला संगणना चार्ट पर उभय पक्षों की सहमति बन जाए तो श्रमिकों एवं कंपनी के मध्य लंबित विवाद समाप्त हो जाएगा । वार्ता में उपस्थितबांदा रसड़ा एवं जौनपुर कंपनी के प्रतिनिधियों ने कहा कि इसी तरह समान रूप से यार्न कंपनी की सभी बंद कताई मिलों के श्रमिकों की देनदारी बनती हैं जो एक साथ समान रूप से भुगतान किया जाए । इस पर मेजा इकाई यूनियन के मंत्री श्री राम प्रताप पांडे ने कहा कि फिलहाल जो धनराशि स्वीकृत है मेजा के प्रस्तुत प्रस्ताव का परीक्षण कराकर और शासन से स्वीकृति लेकर मेजा का भुगतान प्रारंभ किया जाए।अन्य यार्न कंपनी की बंद मिलो के बकाए भुगतान हेतु मिल प्रबंधन द्वारा प्रस्ताव भेजा जाए।संघ भी शासन से धनराशि बढ़ाने हेतु अनुरोध करेगा। प्रबंध निदेशक ने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
वार्ता में मेजा से शिव चंद्र यादव, बांदा से रामप्रवेश यादव, रसड़ा से जयप्रकाश वर्मा ,जौनपुर से अनिल कुमार यादव उपस्थित रहे।