प्रयागराज (राजेश सिंह)। डूबने की सूचना पर जिस युवक को पुलिस के जवान और गोताखोर गंगा में खोजते रहे वह दूसरे दिन घाट से 300 मीटर झाड़ियों में अचेतावस्था में मिला। उसके शरीर पर लोहे की जंजीर जकड़ी मिली। होश आने पर उसने जो बात बताई उसको सुनकर सभी लग सन्न रह गए। मंगलवार को पुलिस दोबारा जाल लेकर गोताखोरों के साथ उसको ढूंढने की तैयारी कर रही थी तब तक उसके जीवित होने की सूचना मिली।
हनुमानगंज क्षेत्र के भोजापट्टी, लीलापुर कला घाट पर सोमवार को गंगा जल भरते समय डूबा अमरजीत पटेल (20) पुत्र ओम प्रकाश निवासी ढोकरी थाना हंडिया गुड़गांव हरियाणा मे मारुति कंपनी में कार्य करता है। वह छुट्टी लेकर कुछ दिनों से घर आया है। मंगलवार को घाट से तकरीबन तीन सौ मीटर और घर से करीब दो किलोमीटर दूर घास की झाड़ियों में अर्धबेहोशी की हालत में मिला। उसके शरीर पर लोहे की मोटी जंजीर पड़ी थी। गंगा में डूबने की सूचना के बाद से ही परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। वह घर से करीब दो किलोमीटर दूर घाट के पास झाड़ियों में पाया गया। लोगों को देख अमरजीत बगल में पड़ी प्लास्टिक की बोतल जोर जोर से पीटने लगा, जिससे लोगों की उस पर नजर पड़ी। परिजन उसको घर ले आए। चाय नाश्ता आदि के बाद वह कुछ सामान्य हुआ। परिजनों को अमरजीत ने बताया कि जब वह जल भर कर गंगा से बाहर निकला तो पांच लोग काला कपड़ा पहने थे और अपना चेहरा गमछे से बांधे हुए थे। अमरजीत से पानी पिलाने को कहा तो वह पानी पिलाने लगा।
पानी पिलाते समय ही पांचों में से किसी ने कुछ कर दिया,जिससे वह बेहोश हो गया और उसे कुछ नहीं पता की वह वहां कैसे पहुंचा। उधर, पुलिस गोताखोरों के साथ उसे दुबारा नदी में तलाश करने के लिए निकलने की तैयारी कर ही रही थी की तभी एसओ अरविंद कुमार राय के मोबाइल पर करीब 11.30 बजे अमरजीत के जीवित होने की सूचना मिली। सरायइनायत पुलिस एवं हंडिया पुलिस अमरजीत के घर पहुंच कर उससे पूछताछ कर रही है। गंगा में डूबे युवक के जिंदा मिलने पर उसे देखने वालों की भीड़ घर पर जमा हो गई है।