प्रयागराज (राजेश सिंह)। फर्जी डिग्री के मामले में फंसे भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी झलवा) के सहायक अभियंता गजराज सिंह को बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया। जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने सत्यापन रिपोर्ट में गजराज सिंह की डिग्री को फर्जी बताया। इसके बाद जांच कमेटी की सिफारिश के बाद निदेशक प्रो. मुकुल एस सुतावने ने गजराज सिंह को बर्खास्त कर दिया। साथ ही पूरे सेवाकाल में मिले आर्थिक लाभ की रिकवरी का आदेश भी जारी किया गया है।
सहायक अभियंता गजराज सिंह को ट्रिपलआईटी में वर्ष 2008 में संविदा पर अवर अभियंता इलेक्ट्रिकल के पद पर तैनात किया गया था। इसके बाद मार्च 2010 में उनको अवर अभियंता इलेक्ट्रिकल के पद पर स्थायी रूप से तैनाती दी गई थी। उन्होंने अपने बायोडाटा में शैक्षणिक योग्यता में बैचलर आफ इंजीनियरिंग दर्ज किया था। 2018 में उनको सहायक अभियंता सिविल के पद पर तैनात किया गया।
इसके बाद उनकी डिग्री को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद था कि इलेक्ट्रिकल की डिग्री होने पर उनको सहायक अभियंता सिविल के पद पर तैनाती कैसे मिल गई। इसकी शिकायत ट्रिपलआईटी प्रशासन से होने के बाद मामले की जांच शुरू हो गई। संयुक्त कुलसचिव ने मई 2022 में गजराज सिंह के डिप्लोमा और बीई की डिग्री का सत्यापन कराने के लिए जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को पत्र भेजा था। इसके बाद पूर्व निदेशक प्रो. आरएस वर्मा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था। संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी पंकज मिश्र बताया कि विश्वविद्यालय से पत्र मिलने के बाद निदेशक ने सहायक अभियंता गजराज सिंह को बर्खास्त कर दिया है।