लंदन। भारतीय महिला टीम 2022-25 तक चलने वाले वर्तमान भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) चक्र में लंबे प्रारूप में प्रतिस्पर्धा करने वाली चार टीमों के बीच सबसे कम टेस्ट मैच खेलेगी।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर चाहती हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम के अधिक टेस्ट मैच होने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू क्रिकेट में महिलाओं के लिए लाल गेंद का क्रिकेट अधिक होना चाहिए।
भारतीय महिला टीम 2022-25 तक चलने वाले वर्तमान भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) चक्र में लंबे प्रारूप में प्रतिस्पर्धा करने वाली चार टीमों के बीच सबसे कम टेस्ट मैच खेलेगी। हरमनप्रीत ने कहा, ‘इस साल हमें दो टेस्ट मैच (एक इंग्लैंड के खिलाफ और एक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) खेलना है और ये मैच महिला क्रिकेट पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। उम्मीद है कि भविष्य में हमें और अधिक टेस्ट मैच खेलने को मिलेंगे। हमें महिला क्रिकेट में टेस्ट मैचों को वापस लाना होगा क्योंकि यह महिला क्रिकेट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’
भारत को 2023-24 सत्र में घरेलू मैदान पर दो टेस्ट खेलने हैं। टीम ने इससे पहले 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पिछला टेस्ट खेला था। मौजूदा एफटीपी ने इंग्लैंड सबसे अधिक पांच टेस्ट खेलेगा। ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण अफ्रीका क्रमशरू चार और तीन टेस्ट खेलेंगे।