नई दिल्ली। ऋषभ पंत अभी भी पिछले दिसंबर में एक भयानक कार दुर्घटना में लगी चोटों से उबर रहे हैं। वहीं, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल भी अपनी फिटनेस चिंताओं से जूझ रहे हैं। इससे भारतीय मध्यक्रम कमजोर हो गया है।
भारतीय टीम तीसरी बार विश्व कप जीतने के सपने के साथ आठ अक्तूबर को इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। वह चेन्नई में अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी। विश्व कप से पहले भारतीय टीम की सबसे बड़ी परेशानी खिलाड़ियों की फिटनेस है। कई अनुभवी खिलाड़ी चोटिल हैं। फैंस को उम्मीद है कि 12 साल बाद टीम इंडिया वनडे विश्व कप को जीत सकती है, लेकिन 2011 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनने वाले दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह को ऐसा नहीं लगता।
मेजबान होने के नाते भारत घरेलू परिस्थितियों में खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक हो सकता है लेकिन युवराज को इस पर संदेह है। उनसे एक इंटरव्यू में पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि मौजूदा टीम क्या आईसीसी ट्रॉफी के लंबे इंतजार को खत्म कर सकती है? इस पर 41 साल के दिग्गज ने कहा कि टीम दबाव के समय संघर्ष करती नजर आ सकती है। ऋषभ पंत अभी भी पिछले दिसंबर में एक भयानक कार दुर्घटना में लगी चोटों से उबर रहे हैं। वहीं, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल भी अपनी फिटनेस चिंताओं से जूझ रहे हैं। इससे भारतीय मध्यक्रम कमजोर हो गया है।
युवराज ने कहा, मैं वास्तव में निश्चित नहीं हूं कि टीम विश्व कप जीतने जा रही है या नहीं। मैं एक देशभक्त के नाते कह सकता हूं कि भारत जीतेगा, लेकिन मैं बहुत कुछ देख रहा हूं। भारतीय टीम में मध्य क्रम में ऋषभ, केएल और श्रेयस की चोटों के कारण चिंताएं हैं। तीन मुख्य खिलाड़ी घायल हैं। अगर उन चिंताओं का समाधान नहीं किया गया, तो हम दबाव वाले मैचों में संघर्ष करेंगे।
युवराज ने कहा कि 2011 विश्व कप के दौरान टीम के पास न केवल एक ठोस शीर्ष क्रम था बल्कि एक अच्छा मध्य क्रम भी था। उन्होंने कहा, श्श्हमारे समय में हमारे पास गौती (गौतम गंभीर), सचिन (तेंदुलकर) और वीरू (वीरेंद्र सहवाग) जैसे बहुत अच्छे सलामी बल्लेबाज थे। तब हमारे पास अच्छा मध्यक्रम था। अभी शीर्ष क्रम ठीक है, लेकिन मध्य क्रम में काफी फेरबदल देखने को मिल रहा है। सूर्यकुमार का टी20 में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है लेकिन वनडे में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा है। अगर आप चाहते हैं कि वह वनडे क्रिकेट खेले तो आपको उन्हें और अधिक खिलाना होगा।
पंत के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले युवराज ने कहा था कि बाएं हाथ और दाएं हाथ के संयोजन की बदौलत मध्यक्रम मजबूत दिख रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को विश्व कप जीतने की उम्मीद है तो उसे मध्य क्रम में उस अंतर को भरना होगा। उन्होंने कहा, श्श्हार्दिक वनडे में छठे या सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं, फिर ऋषभ और जडेजा हैं। बाएं-दाएं का संयोजन अच्छा काम कर रहा था। वनडे क्रिकेट में नंबर चार और पांच सबसे महत्वपूर्ण स्थान हैं। दबाव वाले मैच में हर किसी को योगदान देना होता है।श्श्
युवराज ने कहा, चौथे और पांचवें क्रम पर समस्या है। ऋषभ चोटिल हैं, श्रेयस चोट से वापसी करेंगे, सूर्या ने वनडे में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। आपको वह कमी पूरी करनी होगी। इन लोगों को विश्व कप से काफी पहले तैयार करना होगा।