नई दिल्ली। मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार (8 अगस्त) लोकसभा में चर्चा चल रही है. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने विपक्ष की तरफ से चर्चा की शुरुआत की. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सांसद निशिकांत दुबे अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ बोलने के लिए खड़े हुए। उन्होंने इस दौरान डीएमके के समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि आप करें तो रासलीला, हम करें तो कैरेक्टर ढीला।
निशिकांत दुबे ने चर्चा के दौरान कहा, 'डीएमके आज अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के साथ है. 1976 में इसी कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के आरोप के ऊपर करुणानिधि की सरकार को बर्खास्त कर दिया था और 1980 में जब इंदिरा जी की सरकार बनी तो यही डीएमके उनके साथ हो गई.' इसके बाद उन्होंने कहा कि आप करें तो रासलीला, हम करें तो कैरेक्टर ढीला।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा, हत्याकांड की जांच के लिए वर्मा आयोग और जैन आयोग बना. जैन आयोग ने कहा, लिट्टे को करुणानिधि की पार्टी डीएमके सहयोग करती थी. आप उनके ही साथ हैं।
दुबे ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का भी नाम लिया और कहा कि आज लालू जी के बेटे को जिन्होंने (नीतीश कुमार) उपमुख्यमंत्री बनाया है, वही उनके विरोध में खड़े थे. 1995 में कांग्रेस की सरकार थी, जिसने लालू जी को अंदर कर दिया। हमसे आपको (आरजेडी) को किस बात का विरोध, आपको तो कांग्रेस से विरोध होना चाहिए। दुबे ने कहा कि आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं और गठबंधन का नाम इंडिया रखा है।
इसके पहले चर्चा की शुरुआत करते उन्होंने राहुल गांधी पर भी तंज कसा. संबोधन की शुरुआत में ही दुबे ने कहा कि मुझे लग रहा था कि राहुल गांधी सबसे पहले बोलेंगे लेकिन लगता है कि राहुल जी आज तैयार होकर नहीं आए हैं।