प्रयागराज (राजेश सिंह)। पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य मंगलवार को अचानक प्रयागराज पहुंचीं। वह सीधे जांच अधिकारी के दफ्तर गईं। जैसे ही इसकी जानकारी उनके पति आलोक मौर्य को हुई। थोड़ी देर बाद वह भी वहां पहुंच गए। इस मामले में जांच अधिकारी ने कहा कि दोनों आए जरूर थे, लेकिन यह अन ऑफिशियल विजिट थी। अभी हमने पूछताछ के लिए नोटिस नहीं जारी किया है।
उन्होंने कहा कि ज्योति ने अपना बयान दर्ज कराने के लिए समय मांगा है। जो कि उन्हें इस हफ्ते दे दिया जाएगा। साथ ही आलोक से भी साक्ष्य मांगे गए हैं। आलोक ने दो दिन का समय मांगा है। साक्ष्य मिलने के बाद आरोपों की जांच होगी। इसके बाद संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी। ज्योति का बयान महिला मजिस्ट्रेट के सामने वीडियोग्राफी के बीच कराए जाने का फैसला लिया गया है।
दरअसल, आलोक ने ज्योति पर हर महीने 5 से 6 लाख रुपए की अवैध वसूली का आरोप लगाया है। आलोक का कहना है कि पीसीएस अफसर बनने के बाद ज्योति ने कई मकान, फ्लैट और प्लॉट खरीदे हैं। आलोक ने इसकी शिकायत शासन से की थी। इसके बाद मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वाश पंत को जांच सौंपी गई। इसे बाद उन्होंने अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद और दो अन्य सदस्यों को शामिल करते हुए जांच कमेटी गठित की है।