मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा खास के बोलन धाम में लगने वाले दो दिवसीय मेले की तैयारी जोरों पर है। मेला मैदान में झूलों ने डेरा डाल दिया है। मेले में आसपास क्षेत्र और दूरदराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर शिव को जलाभिषेक कर मन्नतें मांगेंगे।आयोजक रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अमित कुमार यादव और निर्देशक तौलन प्रसाद पटेल,सह निर्देशक सुधीर गुप्ता ने बताया कि हर साल हरतालिका तीज के बाद पड़ने वाले रविवार और सोमवार को दो दिवसीय मेले का आयोजन 24 सितंबर की सुबह से 25 सितंबर की शाम तक किया जाएगा। ग्राम के बुजुर्गों का कहना है कि वर्षों से मेला लगता आ रहा है। मेले के बारे में किंवदंती है कि महाभारत काल में जब पांडव लक्षागृह से निकल कर इसी रास्ते से जा रहे थे तो हिडिंबा नमक राक्षसी ने भीम को देखकर मंत्रमुग्ध हो गई थी,लेकिन उसका भाई हिडिंबा को नागवार लगा और भीम को युद्ध करने की चुनौती दे दी।भीम ने सभी भाइयों से आगे जाने को कहा और स्वयं उससे भीड़ गए।कई महीने मल्ल युद्ध चलता रहा।चारों भाइयों ने सोचा कि भीम मारा गया तो उसके तर्पण करने के लिए इसी जगह पर अर्जुन ने बाण मारकर पाताल से पानी निकाला था,जो आज भी बाण गंगा के नाम से कुंड है।अकाल पड़ने पर भी कभी सूखता नहीं है।कुछ समय बाद जब भीम हिडिंबा के साथ समय व्यतीत करने के बाद आए तो इसी जगह शिव मंदिर की स्थापना की।
रामलीला संरक्षक लालजी मिश्र,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व पूर्व ब्लॉक प्रमुख मेजा जंगीलाल गुप्ता बताते हैं कि मेले में दूरदराज से हजारों की संख्या में ग्रामीण अपने परिवार के साथ पहुंचकर मेले का आनंद लेते हैं व जमकर खरीदी-बिक्री करते हैं। मनोरंजन के साथ ही सौंदर्य प्रसाधन, विशेषकर गरमा-गरम गुड़ की जलेबी, सर्दी का राजा केले की बिक्री सबसे ज्यादा होती है। बच्चों व महिलाओं के लिए मनोरंजन के छोटे-बड़े झूलों ने डेरा डाल दिया है।उन्होंने बताया कि दूसरे दिन स्थानीय लोग अपने परिवार के साथ आकर मेले का आनंद लेते हैं।
दो दिवसीय मेले में लोग सुबह पहुंचकर बाबा बोलन नाथ को जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगते हैं। बताया जाता है कि मन की मुराद पूरी होने पर लोग यहां रुद्राभिषेक करने आते हैं। सुरक्षा को लेकर प्रभारी निरीक्षक राजेश उपाध्याय ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस जवान तैनात किए जाएंगे।