प्रयागराज (राजेश सिंह)। नक्सली कनेक्शन और फंडिंग को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने मंगलवार को सीमा आजाद समेत कई शख्स के घर पर छापेमारी की। लैपटॉप, मोबाइल, साहित्यिक पुस्तक जब्त किया गया है। एक दंपती, छात्र सहित कई शख्स को उठाकर पूछताछ की जा रही है। एनआइए की कार्रवाई से पूरे शहर में खलबली मची हुई है। कुछ लोगों ने कार्रवाई का विरोध भी जताया है। सीमा के घर पर सर्च ऑपरेशन अभी जारी है और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं।
सूत्रों का कहना है कि आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले कुछ नक्सलियों के मूवमेंट से जुड़ा इनपुट केंद्रीय जांच एजेंसी को मिला था। जानकारी पुख्ता करने के बाद सोमवार रात एनआईए की टीम ने शहर में डेरा डाल दिया था। मंगलवार को भोर में एनआइए की चार टीमों ने शिवकुटी, कर्नलगंज और धूमनगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के घरों पर अचानक छापेमारी की।
गोपनीय तरीके से शुरू हुए सर्च ऑपरेशन के बारे में स्थानीय पुलिस को भी भनक नहीं लग पाई, लेकिन शिवकुटी में माहौल खराब होने की आशंका पर पुलिस की मदद ली गई। बताया गया है कि एनआइए के अधिकारियों, कर्मचारियों ने नक्सली कनेक्शन और फंडिंग में प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान पूरे घर की जांच की गई। नक्सलियों से जुड़े साहित्य समेत अन्य चीजों को खंगाला गया।
प्रीतम नगर में रहने वाले एक दंपत्ति, कर्नलगंज से एक छात्र समेत कई को उठाकर गोपनीय स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, शिवकुटी के रसूलाबाद मेंहदौरी में रहने वाली सीमा आजाद के घर पर एनआइए की टीम सुबह पांच बजे पहुंची और शाम छह बजे तक सर्च आपरेशन चलता रहा। सुरक्षा के दृष्टिगत रसूलाबाद में दो इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सूत्रों का कहना है कि जांच में साक्ष्य मिलने पर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
एनआइए की तलाशी अभियान के दौरान सीमा आजाद के पति विश्वविजय ने मीडिया से कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले फासिस्ट सरकार एनआइए जैसी संस्थाओं को प्रताड़ित करने के लिए लगा दिया है। आज डेमोक्रेसी नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। उनके घर को सर्च किया जा रहा है। उनकी कविताओं और कहानियों तक को ले लिया गया। मालूम हो कि इससे पहले भी सीमा आजाद को नक्सली मूवमेंट के आरोप में वर्ष 2010 में गिरफ्तार किया गया था। सीमा पीयूसीएल की प्रदेश अध्यक्ष है और दस्तक नामक मैगजीन निकालती हैं।
पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के प्रमुख अमिताभ ठाकुर भी मंगलवार दोपहर सीमा के घर पहुंच गए। उन्होंने सीमा से कुछ मिनट तक बातचीत की और फिर चले गए। पूर्व आईपीएस ने बताया कि सीमा ने उनसे कहा कि राजनीतिक कारणों से कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में अगर गलत उद्देश्य से कार्रवाई की जा रही है तो आजाद अधिकार सेना उनके साथ खड़ी रहेगी। वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष केके राय ने सीमा आजाद, मनीष आजाद के घरों पर एनआइए की कार्रवाई की निंदा की है।
सूत्रों का कहना है कि नक्सली गतिविधियों को सहयोग करने और सरकार विरोधी काम करने के आरोप में एनआइए ने कुछ दिन पहले चंदौली के एक युवक को गिरफ्तार किया था। उसका एक भाई अपनी पत्नी के साथ शिवकुटी में रहता है। वह भी कैमूर में नक्सली गतिविधियों को बढ़ावा देने का काम करता है। कहा जा रहा है कि उसकी तलाश में छापेमारी की गई थी, लेकिन अब तक गिरफ्त में नहीं आया है।