एसटीएफ ने एक को दबोचा, एक फार्च्यूनर, तीन इनोवा क्रिस्टा, एक हुंडई वर्ना, एक होंडा अमेज, एक क्रेटा बरामद
लखनऊ (राजेश सिंह)। एसटीएफ ने लखनऊ में लग्जरी वाहनों के फाइनेंस में फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से सात लग्जरी कार बरामद किया गया है। एसटीएफ को चार पहिया वाहनों की खरीदारी व फाइनेन्स में हेराफेरी करने वाले गिरोह के सम्बन्ध में सूचनायें प्राप्त हो रही थी, जिसके सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में दीपक कुमार सिंह पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ, उत्तर-प्रदेश के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। गुरुवार 28 सितंबर को उपनिरीक्षक तेजबहादुर सिंह के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी हरीश सिंह चौहान, मुख्य आरक्षी विनोद यादव, मुख्य आरक्षी पवन सिंह बिसेन, मुख्य आरक्षी आलोक रंजन, आरक्षी चालक रईस अहमद की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन किया जा रहा था। इस क्रम 28 सितंबर गुरुवार को द्वारा मुखबिर ज्ञात हुआ कि शुभम मिश्रा आज किसी गाड़ी के फर्जी कागजात बनाने के लिए आ रहा है, यदि शीघ्रता किया जाय जो उसे पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर विश्वास कर एसटीएफ टीम पालिटेक्निक चौराहा से काले रंग की फार्चूनर मे बैठे शुभम मिश्रा को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया। विस्तृत पूछताछ पर अभियुक्त उपरोक्त ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से चार पहिया वाहनों के फाईनेंस में अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर फर्जीवाड़े का कार्य करता है। सबसे पहले अपने गैंग के सदस्यों के नाम पर विभिन्न जनपदों से चार पहिया वाहन फाईनेंस कराकर खरीदता है। कुछ किश्ते जमा करने के उपरान्त किश्तें देना बन्द कर देता है। जब लोन की देय राशि ज्यादा हो जाती है, तो गाड़ी के स्वामी का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बैंक लोन को एनपीए घोषित कराकर उनका सेटलमेंट कराकर अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रान्सफर करा लेता है। कुछ गाड़ियों की बैंक की फर्जी एनओसी बनाकर आरटीओ आफिस के दलालों के माध्यम से उन्हें अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रान्सफर करा लेता है। जिसे ट्रांसपोर्ट कंपनियों में लगा देता है। इस तरह के फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए अपना व अपने गैंग के सदस्यों का फर्जी आधार कार्ड व पैनकार्ड आदि भी बनवा रखा है। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना विभूतिखण्ड, जनपद लखनऊ में अभियोग पंजीकृत कराया गया और अगली कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।