दो अधीक्षकों की लड़ाई में बब्लू सोनकर को मिला मेजा का प्रभार
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
आखिरकार दो अधीक्षकों की लड़ाई में सीएमओ ने 24 दिन बाद एक बार फिर तबादले की लिस्ट जारी की। अबकी बार डॉक्टर समीम का भी कोरांव के लिए अधीक्षक के पद पर स्थानांतरण हुआ है।अब देखने है कि क्या दोनों अधीक्षक अपना पद भार निश्चित स्थान पर ग्रहण करेंगे या फिर किसी नेता के फोन की घंटी बजेगी।यदि डॉक्टर ओमप्रकाश मेजा छोड़कर सीएचसी रामनगर में पद भार ग्रहण करते हैं तो सवाल उठेगा कि यदि उन्हें रामनगर जाना ही था तो 24 दिन तक धमाचौकड़ी क्यों किए।इससे साफ जाहिर होगा कि मेजा में बहुत बड़ा खेला हुआ है,जिसकी जानकारी डॉक्टर समीम को है। बताया जाता है कि डॉक्टर बब्लू सोनकर डॉक्टर ओमप्रकाश के सहयोगी हैं।जिससे उन्हें चार्ज देने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी।फिलहाल यदि डॉक्टर ओमप्रकाश रामनगर का चार्ज संभालते हैं तो 24 दिन बाद ही सही वहां की जनता को एक अधीक्षक मिल जायेगा,जिससे अस्पताल का कार्य सुचारू रूप से चलेगा और मेजा में 24 दिन तक चले नाटक का पटाक्षेप भी होगा। देखना यह है कि 13 अक्तूबर को किसकी नियत साफ रहेगी।कौन आम लोगों के हितों के लिए दरादिली दिखायेगा और सीएमओ के आदेश का फालो करेगा।यह भी देखने वाली बात होगी कि जिस सफेद पोश नेता की कृपा पर 24 दिन तक तबादला होने के बाद भी सीएमओ के आदेश का पालन नहीं किया गया।क्या गुल खिलाता है।इस संबंध में जब डॉक्टर समीम से बात की गई तो उन्होंने सीएमओ के आदेश का पालन करने की बात कही है।वह सोमवार को सीएचसी कोरांव का चार्ज ले सकते हैं।चर्चा है कि डॉक्टर ओमप्रकाश को रामनगर जाने के एक माह बाद पुन: मेजा का अधीक्षक बनाया जा सकता है। यदि मेजा का प्रभार कर्तव्य निष्ठ डॉक्टर बब्लू सोनकर को मिल जाता है तो मेजा के लोगों के लिए सौभाग्य की बात होगी। गौरतलब है कि गत 19 सितंबर 23 को सीएमओ द्वारा डॉक्टर ओमप्रकाश को रामनगर और डॉक्टर समीम को मेजा का अधीक्षक नियुक्त किया था,लेकिन एक नेता की कृपा पर 24 दिन तक ओमप्रकाश ने डॉक्टर समीम को चार्ज नहीं दिया।अंतत: सीएमओ आशू पाण्डेय ने दोनों अधीक्षकों का मेजा से तबादला कर दिया।