प्रयागराज (राजेश सिंह)। ताशकंद मार्ग स्थित रिजोनेंस एडवेंचर आईआईटी कोचिंग सेंटर के खिलाफ फैजाबाद निवासी एक छात्र के पिता ने 1.30 लाख रुपये हड़पने का सिविल लाइंस थाने में मुकदमा लिखाया है। पिता का आरोप है कि फीस लेने के बावजूद कोचिंग नहीं दी गई। पैसे लौटाने के लिए कहा तो कोचिंग स्टॉफ ने मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी।
फैजाबाद निवासी प्रमोद कुमार पाठक के मुताबिक, बेटे प्रणव का दाखिला रेजोनेंस एडवेंचर आईआईटी कोचिंग सेंटर में 2019-20 के जून सत्र में कराया था। तय 1.10 लाख रुपये फीस भी जमा की थी। जून सत्र खत्म होने के दो महीने पहले कोचिंग ने बेटे को बताया कि सत्र 2020-21 में संस्था एक विजेता कोर्स शुरू करेगी। इसके लिए जनवरी 2020 तक फीस जमा करने वालों को 20 हजार रुपये की छूट मिलेगी।
बेटे के कहने पर उन्होंने 14 जनवरी 2020 को 1.30 लाख रुपये कोचिंग में जमा कर दिए। फिर, कोरोना महामारी की वजह से ऑफलाइन क्लासेस बंद हो गईं। इससे 2019-20 वाला कोर्स ही पूरा नहीं हो सका। विजेता कोर्स तो चालू ही नहीं हो सका। जब कोचिंग संस्थापक आरके वर्मा से इसके लिए जमा कराए 1.30 लाख रुपये लौटाने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया।
आरोप है कि इसका विरोध करने पर कोचिंग कर्मचारी संजय सिंह, हर्ष त्रिपाठी और कीर्ति सोनकर ने गाली-गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। पिता ने चारों के खिलाफ मुकदमा लिखाया है। सिविल लाइंस इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव का कहना है कि कोचिंग संचालक को बुलाकर फीस लौटाने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि पैसा कोचिंग के हेडऑफिस दिल्ली में जमा है। वह इसे नहीं लौटा सकते। फिलहाल, पुलिस इसकी जांच कर रही है।