प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ में गंगा का तट इस बार बदला नजर आएगा। पहली बार सुसज्जित किला घाट पर श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने का मौका मिलेगा। किला घाट का निर्माण 70 फीसदी पूरा हो चुका है। यह संगम से लगा पहला सौ मीटर लंबा पक्का घाट होगा। महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर तैयारियां तेज होने लगी हैं। काम अंतिम दौर में है।
पहला वीआईपी किला घाट जल्द ही संवर जाएगा। यहां 15 मीटर तलहटी के भीतर तक सिल्ट निकालकर पैचिंग की गई है। महाकुंभ से पहले गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम क्षेत्र का नजारा बदला नजर आएगा। सीढि़यां बनकर तैयार हो गई हैं। वहां आकर्षक चेंजिंग रूम के अलावा छतरियां भी बनाई जाएंगी।
संगम क्षेत्र में 18 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस पक्के घाट पर बुजुर्गों के लिए भी अलग से सीढि़यां बनाई जाएंगी। किला घाट पर पक्के घाट का निर्माण किला से वीआईपी जेटी के पास किया जा रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो सिंचाई विभाग की ओर से बाढ़ के बाद यानी अक्टूबर माह से पक्के घाट का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
इसी तरह दशाश्वमेध मंदिर के सामने से पक्के घाट का निर्माण किया जा रहा है। सिंचाई विभाग की ओर से घाट बनाने के काम में तेजी लाने के लिए कहा गया है। इसके लिए कार्यदायी संस्था दिन रात मशक्कत कर रही है, ताकि समय से काम पूरा कराया जा सके। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि संगम क्षेत्र को विकसित करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। अब यहां पर झूला पार्क, फूड मार्केट बनने के साथ पक्के घाट का निर्माण किया जाएगा। इसी तरह दशाश्वमेध घाट का भी निर्माण किया जाएगा।