मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता संतोष यादव उर्फ पप्पू दशकों से समाजवाद का शलाका लेकर साइकिल से लोगों को जागृत करने का काम कर रहे हैं। इस सोशल मीडिया के दौर में फेसबुकिया नेता कार्यक्रमों में फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर सुर्खियों में आ गए। लेकिन असली क्षेत्र में समाजवाद के प्रति काम करने वाले उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। संतोष यादव उर्फ पप्पू मेजा विधानसभा के लोहारी गांव के रहने वाले हैं। वह 1992 में क्रासपा (क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी लोहिया) से बारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें और हार का सामना करना पड़ा लेकिन वह तभी से क्षेत्र में साइकिल से चलकर समाजवाद का शलाका लेकर लोगों को जागृत करने का काम कर रहे हैं। कोरम पूरा करने वाले नेताओं पर तो सब की नज़र पड़ती है लेकिन जमीनी संघर्ष करने वाले पर किसी की नज़र नहीं पड़ रही है। 1992 में विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले पप्पू तब से लेकर आज तक सभी चुनावों में अकेले साइकिल से प्रचार-प्रसार में जुटे रहते हैं। कई बार वह साइकिल से लखनऊ तक का सफर तय कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि कई विधानसभा व लोकसभा चुनावों में वह प्रत्याशी न देखकर बल्कि शीर्ष नेतृत्व का फैसला देखकर चुनाव प्रचार में जुट जातें हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्याशी कोई भी हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। वह शीर्ष नेतृत्व के फैसले को समझकर क्षेत्र की जनता के बीच जाकर पार्टी की नीतियों को लोगों के बीच रखने का काम करते हैं और सोशल मीडिया से कोसों दूर हैं। इन दिनों लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के गठबंधन प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह के लिए लोगों के बीच जाकर वोट की अपील कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह को भारी मतों से विजई बनाने के लिए पप्पू साइकिल पर समाजवादी पार्टी व कांग्रेस का झंडा लगाकर दिन दोपहर लोगों को बीच जाकर प्रचार कर रहे हैं। इस तेज धूप और उमस भरी गर्मी में वह कई गांवों में जाकर जनसंपर्क किया और इंडिया गठबंधन को वोट करने की अपील की। उनकी साइकिल में हमेशा अखिलेश की फोटो और कई झंडे लगे रहते हैं। देखा जाए तो पार्टी के सच्चे हितैषी यही लोग हैं।