प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया ने भले ही किसी पार्टी को सीधे तौर पर समर्थन देने का एलान न किया हो, लेकिन उनकी पार्टी के नेता और समर्थक सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। शुक्रवार को कुंडा पहुंचे पुष्पेंद्र सरोज के काफिले में राजाभैया के समर्थकों की गाड़ियां शामिल रहीं।
जनसंपर्क के दौरान भी राजाभैया के करीब कुंडा ब्लाक प्रमुख संतोष सिंह समेत अन्य नेता मौजूद रहे। पुष्पेंद्र सरोज के कुंडा पहुंचने पर अखिलेश यादव और राजाभैया जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए। इससे सियासी पारा चढ़ गया है। माना जा रहा है कि राजाभैया का संकेत मिलने के बाद ही उनके समर्थक सपा प्रत्याशी से समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। राजाभैया के साथ रहने वाले बड़ी संख्या में लोगों ने पुष्पेंद्र सरोज का कुंडा पहुंचने पर स्वागत किया और जनसंपर्क के दौरान पूरे समय उनके साथ रहे।
राजाभैया जिंदाबाद और अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे भी लगते रहे। इसके चलते कुंडा और बाबागंज विधानसभा क्षेत्रों का सियासी पारा आसमान पर पहुंच गया है। बता दें कि कौशाम्बी लोकसभा क्षेत्र की दो विधानसभा सीटें कुंडा और बाबागंज प्रतापगढ़ जिले में आती हैं। इन दोनों सीटों पर राजाभैया का व्यापक प्रभाव माना जाता है। कुंडा से राजाभैया और बाबागंज से उनके करीबी विनोद सरोज विधायक हैं।
लोकसभा चुनाव में राजाभैया ने किसी भी पार्टी को समर्थन न देने की घोषणा की है। मंगलवार को पार्टी की बैठक के बाद उन्होंने मीडिया को बताया था कि उनकी पार्टी चुनाव में किसी भी प्रत्याशी का समर्थन नहीं करेगी। कार्यकर्ता और समर्थक अपने विवेक से योग्य प्रत्याशी को मतदान करें। राजाभैया के रुख से भाजपा को तगड़ा झटका लगा था। क्योंकि राजाभैया के बयान के कुछ घंटे पहले ही केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्यान कौशाम्बी के भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर को लेकर राजाभैया के आवास बेती कोठी पहुंचे थे। इसके पहले सोमवार को इंद्रजीत सरोज भी अपने प्रत्याशी बेटे पुष्पेंद्र के साथ राजाभैया का आशीर्वाद लेने गए थे।
राजाभैया की सपा से नजदीकी का अंदाजा इसी से लगाया जा रहा है कि राजाभैया ने इंद्रजीत सरोज के खिलाफ दायर मुकदमा वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है। यह मुकदमा राजाभैया की ओर से उनके समर्थक ने 2019 में दर्ज कराया था। आरोप था कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव और मंझनपुर के विधायक इंद्रजीत सरोज ने एक सभा में राजाभैया पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी।