तीन घंटे के बाद लाइन हुई क्लीयर, लगभग एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित
प्रयागराज (राजेश सिंह)। दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर बुधवार को अपराह्न 3.07 बजे बड़ा हादसा हुआ। कानपुर से पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जा रही मालगाड़ी प्रयागराज जंक्शन के यार्ड में निरंजन पुल पर डिरेल हो गई। मालागाड़ी के तीन वैगन (कुल 16 पहिए) पटरी से नीचे उतर गए। करीब तीन घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद डाउन लाइन क्लीयर हो सकी। गाड़ी नंबर 12308 जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस को दुर्घटना स्थल से गुजारा गया। अब धीमी गति से डाउन ट्रैक से ट्रेनों का आवागमन होगा। दुर्घटनाग्रस्त तीनों वैगन को लूप लाइन के माध्यम से यार्ड में ले जाया गया। वाराणसी, लखनऊ व प्रतापगढ़ रूट पर भी ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया है। कुल करीब सवा तीन घंटे में यातायात बहाल कर लिया गया। लगभग एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित रहीं।
डाउन ट्रैक पर हुई इस घटना के बाद वहां खलबली मच गई थी। कंट्रोल रूम से सूचना प्रसारित होने के बाद जहां तहां ट्रेनों रोक दिया गया था। बताते चलें कि घटना स्थल पर छह लाइनें गुजरती हैं। इसमें दिल्ली-हावड़ा रूट अप-डाउन पूरी तरह से बाधित रहा।
जबकि प्रयागराज-वाराणसी रेल मार्ग, प्रयागराज से वाया प्रयाग लखनऊ व प्रतापगढ़ मार्ग भी ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। घटना की सूचना तत्काल तकनीकी टीम व रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। राहत बचाव का कार्य शुरू हुआ। शाम पौने चार बजे गैस किट से पटरी से उतरे वैगनों को काटकर अलग किया गया। एक हिस्से को छिवकी की ओर व दूसरे हिस्से को प्रयागराज जंक्शन की ओर बढ़ाया गया।
वहीं, शाम लगभग पांच बजे गोरखपुर वंदे भारत को दूसरी लाइन से जंक्शन पर भेजा गया। जबकि घटना स्थल से पहले रुकी ट्रेनों से उतरकर लोग पैदल ही घर जाने लगे। उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर हमारी राहत बचाव की टीमें पहुंच गई थी। हमारी प्राथमिकता थी कि रूट को जल्द से जल्द क्लीयर किया जाए।