लेखपाल की मनमानी एवं लापरवाही से कभी भी हो सकता है खूनी संघर्ष
प्रयागराज (राजेश सिंह)। ईमानदार डीएम के राज में मातहत जमकर भ्रष्टाचार का नंगा खेल खेल रहे हैं। रिश्वतखोरी के चक्कर में जनता दर-दर भटकने को मजबूर है। रोजाना तहसील में आने वाली गरीब जनता पैसे के अभाव में जायज काम भी जब नही करा पा रही तो योगी सरकार को कोसकर वापस घर को लौट जा रही है। प्रयागराज के मेजा तहसील के लेखपाल धवल पाण्डेय का भ्रष्टाचार चरम पर है। आरोप है कि वह किसी भी काम के रिश्वत लेकर उसका फोन उठाना बंद कर देते हैं। जिससे वादकारी दर-दर भटकने को मजबूर हैं। आम गरीब जनता का खुला आरोप है कि मेजा तहसील के लेखपाल धवल पाण्डेय महाभ्रष्ट हैं और ये बिना रिश्वत के किसी गरीब का कोई काम नहीं करते हैं। पिछले कई महीनों पहले लेखपाल का मेजा के बंधवा गांव में एक वीडियो रिश्वत लेते हुए वायरल हुआ था लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं करीब महीनों पहले मेजा के सोरांव गांव निवासी गरीब पकौड़ी लाल अपने ही जर्जर कच्चे मकान की दीवार बना रहा था। लेकिन पड़ोसियों द्वारा उसका निर्माण कार्य नहीं होने दिया जा रहा था। पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने राजस्व का मामला बता पल्ला झाड़ लिया। पीड़ित पकौड़ी लाल का आरोप है कि तहसील में गुहार लगाई तो उक्त लेखपाल द्वारा उससे गरीब व्यक्ति से भी रिश्वत ले लिया गया और उसका कोई निराकरण नहीं किया गया। पीड़ित दर-दर भटक रहा है। इसी तरह मेजारोड के जानकीगंज मुहल्ले में देवगिरी गुप्ता ने न्याय की मांग की थी तो आरोप है कि उक्त लेखपाल ने विपक्षी से रुपए लेकर रास्ता अवरूद्ध कर दिया। जिससे बस्ती के लोगों की परेशानी बढ़ गई। कई ऐसे मामले हैं, तहसील मेजा में अगर जांच कराई जाए तो कई ऐसे और लेखपाल हैं, जो छोटे-मोटे मामलों का निस्तारण न कर उसे खूनी संघर्ष का रास्ता दिखा रहे हैं।