रथ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रहा पुलिस बल
श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति के तत्वाधान मे निकाली जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा
श्रृंग्वेरपुरधाम, प्रयागराज (राजेश सिंह)। एक ओर ओड़िशा के पुरी मे तो दूसरी तरफ देश के कोने कोने मे जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा का आयोजन किया गया। वही अध्यात्म की नगरी श्रृंग्वेरपुरधाम स्वामी जगन्नाथ, भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा की रथ यात्रा मे सरोबार रहा। शंखनाद और गाजे बाजे के साथ भक्ति के रंग मे डूबे भक्तो ने जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा मे नृत्य करते नजर आए। श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति के तत्वाधान मे भव्य जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा का आयोजन रविवार को किया गया। जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा वनवासी श्रीराम विश्राम आश्रम श्रृंग्वेरपुरधाम से श्रीरामघाट स्थित श्रीराम संध्या मठ आश्रम तक निकाली गईं।
श्रृंग्वेरपुरधाम मे श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति के तत्वाधान मे भव्य जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा का शुभारम्भ वैदिक विधि विधान के अनुसार नक्षत्र मंडलो के समयानुसार नौग्रह, कलश पूजन और भगवान वनवासी श्रीराम, माता जानकी, शेषावतार अनुज लक्ष्मण की पूजा अर्चना करने के पश्चात प्रारम्भ की गईं। श्रृंग्वेरपुरधाम पीठाधीश्वर महंत रामप्रसाद दास शास्त्री महाराज ने स्वामी जगन्नाथ, भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा की आरती उतारकर उनके विग्रह को रथ रुपी महल मे रखा। दीप प्रज्जवलित करके रथ यात्रा मौसी गुंडिचा के धाम के लिए रवाना हुई। जहाँ भगवान जगन्नाथ अपनी मौसी के घर पहुंचकर विश्राम करते है। श्रीराम संध्या मठ आश्रम श्रीरामघाट मे पहुंचने से पूर्व रास्ते मे जगन्नाथ स्वामी का फूल मालाओ से स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा का संचालन तुलसी साहित्य प्रचार समिति के उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने किया। बताया कि समाज कल्याण की भावना और सनातन के प्रचार प्रसार के साथ सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना कार्यक्रम का उद्देश्य है। इस अवसर पर स्थानीय पुलिस बल, श्रृंग्वेरपुर चौकी प्रभारी मृत्युंजय तिवारी, श्रीधर महाराज,राज तिवारी, सुधांशु मिश्रा, कल्लू बाबा, मुन्ना सोनी, पप्पू त्रिपाठी, भानु सिंह, हरी भट्ट, उमेश द्विवेदी, कमलकांत द्विवेदी, वरुण शुक्ल, सुधीर द्विवेदी, तनमय द्विवेदी, वैभव शास्त्री, नरेंद्र त्रिपाठी, संदीप श्रीवास्तव, सुशील शुक्ल, राममहेश सोनी, समेत महिलाएं, बच्चे एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।