लखनऊ (राजेश शुक्ला)। शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन लुंबिनी, नेपाल द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हिन्दी अंतरराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता 2024 "हिन्दी काव्य रत्न" मानद उपाधि से उत्तर प्रदेश (भारत) की अंजू पाण्डेय को नवाजें जाने से लोगों में खुशी व्याप्त है। शुभचिंतकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दी है।
ग्राम-सेमरिया, पवाँरा जिला-जौनपुर, उत्तर प्रदेश स्थानीय निवासी स्व. दुर्गा प्रसाद पाण्डेय की पोती, सेवानिवृत प्रधानाध्यापक उमेश चन्द्र पाण्डेय की सुपुत्री अंजू पाण्डेय (शिक्षिका, कवयित्री और लेखिका) को १४ सितंबर २०२४, हिंदी दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वरचित हिंदी कविता के लिए हिंदी काव्य रत्न मानद उपाधि से सम्मानित किया गया । इस प्रतियोगिता में देश-विदेश के 6742 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जिसमें 675 को फाउन्डेशन की चयन समिति ने सम्मान के लिए चुना।
संस्था के चयन का आधार उनकी लिखी कविता -'हिंदी मेरी मान’ बनी। अंजू पाण्डेय की सफलता पर लोगों ने बधाइयाँ दीं। अंजू पाण्डेय की प्राथमिक शिक्षा उनके दादाजी स्व. श्री दुर्गा प्रसाद की छत्रछाया में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय पवाँरा में पूर्ण हुई। उनकी आगे की शिक्षा मुंबई में पूरी हुई। शिक्षा-दीक्षा पूर्ण करने के पश्चात अपने परिवार के नक़्शे कदम पर चलते हुए वे अपनी मातृभाषा को आधार बनाकर शिक्षण कार्य में जुट गयीं। उन्होंने विभिन्न विषयों को अपनी लेखनी से कविता का आधार बनाया। वे एकांकी , कहानी और विभिन्न लेखों पर भी अपनी लेखनी चलाती रहीं हैं। अंजू पाण्डेय ने फाउन्डेशन के अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु तथा चयन समिति के सदस्यगण एवं चरना कौर के प्रति कृतज्ञता और धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने अपनी उपलब्धियों को परिवार, मित्रों और शुभ चिंतकों को समर्पित किया है। परिवार के सदस्यों, मित्रों और शुभ चिंतकों ने बधाई और हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि निःसंदेह संस्था द्वारा किए जा रहे ऐसे कार्य से अनेक शिक्षकों और लेखकों को प्रोत्साहन मिला है।