मुंबई (राजेश शुक्ल)। महाराष्ट्र के दिवा, (मुंबई) निवासी अजय गोवर्धन म्हात्रे जी की भार्या माया म्हात्रे (शिक्षिका और कवयित्री) को १४ सितंबर २०२४, हिंदी दिवस के अवसर पर लुंबिनी नेपाल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वरचित हिंदी कविता के लिए ‘ हिंदी काव्य रत्न’ मानद उपाधि से सम्मानित किया गया ।
इस प्रतियोगिता में देश - विदेश के 6742 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जिसमें 675 को फाउन्डेशन की चयन समिति ने सम्मान के लिए चुना।
संस्था के चयन का आधार उनकी लिखी कविता-'हिंदी की मधुरता' बनी। माया म्हात्रे की सफलता पर लोगों ने उनको बधाइयाँ दीं। इनकी इस सफलता ने परिवार के सम्मान में चार चांद लगा दिया। वे शिक्षा - दीक्षा पूर्ण करने के पश्चात हिंदी भाषा को आधार बनाकर शिक्षण कार्य में जुट गयीं। उन्होंने विभिन्न विषयों को अपनी लेखनी से कविता का आधार बनाया। वे समय - समय पर विभिन्न विषयों पर कविता के माध्यम से अपनी लेखनी चलाती रहीं हैं। माया म्हात्रे ने फाउन्डेशन के अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु तथा चयन समिति के सदस्यगण एवं चरना कौर के प्रति कृतज्ञता और धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने अपनी उपलब्धियों को परिवार, मित्र और शुभ चिंतकों को समर्पित किया है। परिवार के सदस्यों, मित्रों और शुभ चिंतकों ने बधाई और हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
निःसंदेह संस्था द्वारा किए जा रहे ऐसे कार्य से अनेक शिक्षकों और लेखकों को प्रोत्साहन मिला है।