महाकुंभ को लेकर तैयारी शुरू; 10 दिसंबर तक पूरा करना है कार्य
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में स्थाई पुलों की संख्या बढ़ाने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है, लेकिन महाकुंभ के पहले इसके पूरा होने में संशय है। ऐसे में महाकुंभ के दौरान शहर में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या को देखते हुए शासन के निर्देश पर अस्थाई रूप से स्टील का पुल तैयार कराया जाएगा। इसके लिए तैयारियां तेजी से की जा रही है। यह अस्थाई पुल मेला के दौरान बनने वाले पीपापुल की तरह ही होगा। स्थाई पुल का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसको हटा लिया जाएगा।
नैनी में अरैल और फाफामऊ में तैयार होगा पुल
वाराणसी,जौनपुर और पूर्वांचल के अन्य जिलों से आने वाले लोगों को अभी तक झूंसी के शास्त्रीपुल से आने का मुख्यमार्ग है। ऐसे में अगर किसी को झूंसी से नैनी जाना हो, तो अक्सर लंबा जाम लग जाता है। महाकुंभ और माघ मेला के दौरान जाम की समस्या अधिक हो जाती है।
इसको दूर करने के लिए ही झूंसी के अंदावा से नैनी के अरैल को जोड़ने के लिए अस्थाई पुल का निर्माण किया जाना है। जो स्टील से तैयार होगा। इसी प्रकार लखनऊ, प्रतापगढ़ या उधर के अन्य जिलों से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए फाफामऊ पर भी एक अस्थाई स्टील का पुल तैयार होगा।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रयागराज आने पर इन पुलों के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया था। साथ ही दोनों पुलों के निर्माण का कार्य दस दिसंबर तक पूरा करने का आदेश दिया है।
सीएम की वरीयता को देखते हुए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने भी पुलों के निर्माण की तैयारियों का जायजा लिया और आवश्वयक निर्देश दिए। मंडलायुक्त के निर्देश के बाद पुल निर्माण में शामिल अधिकारियों और इंजीनियरों ने गंगा नदी में बनने वाले पुल के स्थान का निरीक्षण किया।
अस्थाई पुल के अलाइनमेंट को समझा। साथ ही मटेरियल स्टैकिं यार्ड का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने फैब्रिकेशन यार्ड में डिजाइनआऔर ड्राइंग की भी जानकारी एकत्र की।