संभल। 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा के आरोपितों की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस ने सख्त रवैया अपनाया है। शुक्रवार को 74 पत्थरबाजों के फोटो जामा मस्जिद की दीवार पर चस्पा किए गए हैं। इन्हें सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जामा मस्जिद क्षेत्र में ही आगजनी और पथराव करते चिन्हित किया गया था।
गुरुवार को भी पुलिस ने एक आरोपित का फोटो चस्पा किया था। इधर, पुलिस को हिंसा के दौरान 150 से अधिक मोबाइल नंबर संदिग्ध मिले हैं। सर्विलांस के साथ विभिन्न मोबाइल कंपनियों से भी उनके बारे में जानकारी जुटाई है। माना जा रहा है, हिंसा के लिए बाहरी लोगों को भी बुलाया गया था।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि अन्य आरोपितों के फोटो भी सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कराए जाएंगे। जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर संभल में हिंसा भ़ड़की थी। जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी। 30 अधिकारी व पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। इस मामले में पुलिस की ओर से सात और मृतकों के स्वजन की ओर से चार प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं।
वहीं, एक घायल के स्वजन ने भी प्राथमिकी कराई है। सभी 12 प्राथमिकी की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है। हिंसा का मास्टरमाइंड दुबई में बैठा अंतरराष्ट्रीय आटो लिफ्टर शारिक साठा है। पुलिस ने उसके दो गुर्गे मुल्ला अफरोज और वारिस सहित 76 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
450 पत्थरबाजों के फोटो पहले ही जारी
450 पत्थरबाजों के फोटो पुलिस पूर्व में जारी कर चुकी है। अब इन्हें सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करना शुरू किया है। शुक्रवार को एक पोस्टर पर 74 पत्थरबाजों के फोटो चस्पा किए गए हैं। हिंसा के बाद एक हजार से अधिक घरों में ताला लगा है। कई आरोपित अपनी रिश्तेदारियों के साथ एनसीआर में भी छिपे हैं।
पुलिस टीमें दिल्ली में भी सक्रिय हैं। पुलिस को कई गुमनाम पत्र भी इस बारे में मिल चुके हैं। उनमें हिंसा में शामिल बाहरी लोगों के बारे में भी जानकारी दी गई है। पत्रों के आधार पर भी पुलिस को कई आरोपितों के बारे में जानकारी मिली है।