कौशांबी (राजेश शुक्ल)। सगाई के बाद बरात के कुछ दिन पहले दूल्हे ने दहेज में बुलट व एक लाख की मांग कर कन्या पक्ष के लोगों को परेशान कर दिया। मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हे से बरात लाने से इनकार कर दिया। इसे लेकर बिरादरी की पंचायत भी हुई, लेकिन दूल्हा अपनी जिद पर अड़ा रहा। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दिया है।
करारी क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी 20 वर्षीय बेटी का रिश्ता चरवा क्षेत्र के समदा गांव के रहने वाले गामा सरोज के लड़के सुखलाल से तय किया है। कुछ माह पहले सगाई की रश्म बड़े धूमधाम से पूरी की गई।
लड़की के पिता ने सगाई में वर पक्ष को 25 हजार रुपये नगद, बर्तन ,जेवरात, महंगे कपड़े आदि उपहार में दिया। इसी माह बरात आनी थी। कन्या के पिता का आरोप है कि दूल्हे ने अचानक एक लाख रुपये व बुलेट बाइक की मांग कर दी।
मांग पूरी नहीं होने पर उसने शादी से मना कर दिया। इसे लेकर पिछले दिनों बिरादरी की पंचायत हुई। पंचायत के बाद भी दूल्हा अपनी जिद पर अड़ा रहा तो पीड़ित पिता ने शुक्रवार को पुलिस से शिकायत की। इंस्पेक्टर विनीत सिंह का कहना है कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। छानबीन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गैर इरादतन हत्या के आरोपित की जमानत नामंजूर
संदीपनघाट क्षेत्र के गंसरी गांव निवासी वैश अहमद के मुताबिक नरवर पट्टी के गंगा कछार में उसका खेत है।खेत में गेहूं की फसल की बोआई के लिए 26 नवंबर, 2024 को वह खेत की तरफ गया था।
आरोप है कि वहां छोटई अपने कई साथियों के साथ असलहों से लैश होकर आया और गाली-गलौज करते हुए खेत की जमीन को अपना बताने लगा। विरोध करने पर आरोपितों ने वैश के साथ उसके चचेरे भाई गुलफाम, फैज व इरफान की पिटाई की थी।
पिटाई से घायल गुलफाम की इलाज के दौरान आठ दिसंबर को अस्पताल में मौत हो गई थी। मामले में वैश की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने सभी आरोपितों को जेल भेजा था। आरोपित छोटई की ओर से शुक्रवार को जिला जज अनुपम कुमार की अदालत में जमानत अर्जी डाली गई। साक्ष्य पर्याप्त नहीं मिलने पर अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर दी।