मेेजा, प्रयागराज (राजेश शुक्ल)। सम्पूर्ण समाधान दिवस महज दिखावा बनकर रह गया है। शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में नायब तहसीलदार मेजा नंदलाल को छोड़कर अन्य कोई संबन्धित अधिकारी मौके पर नहीं था। सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे के बीच कुल 127 मामले पहुंचे। जिसमें सबसे अधिक राजस्व विभाग के 68 मामले थे। इनमें सात का निस्तारण कर दिया गया। इसके अलावा पुलिस के 20, विकास 08, समाज कल्याण 03, शिक्षा 02, स्वास्थ्य 01, अन्य 25 रहे। प्राथमिक विद्यालय गेंदुराही से पहुँचे, प्रधानाध्यापक लक्ष्मीकान्त ने बिजली विभाग के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए बताया कि प्राथमिक विद्यालय के ऊपर से हाईटेंशन का तार गया हुआ है, कई बार लिखित शिकायत के बाद आज तक इस तार को हटाया नहीं जा सका। हाई बोल्टेज बिजली होने से किसी भी दिन दुर्घटना हो सकती है। तरवाई गॉव के सुमन सिंह ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके गॉव के कुछ लोगों ने चकमार्ग पर अवैध कब्जा कर रखा है। कई बार शिकायत के बावजूद चकमार्ग की नाप नहीं हो सकी। मिश्रपुर के अमरनाथ पुत्र हृदयनारायण ने भी कुछ इसी प्रकार की शिकायत दर्ज कराते हुए, नाली चकरोड पर अवैध कब्जा होने की बात कही। राजापुर माण्डा से पहुंचे, देशराज ने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से जो पट्टे की जमीन मिली है, उस पर अवैध कब्जा है। डेलौहा गांव के ओमनारायण विश्वकर्मा ने शिकायती पत्र देते हुए बताया कि अस्पताल, चकमार्ग, खलिहान के लिए छोड़ी गई सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। बताते चले कि महाकुम्भ की वजह से तहसील में अधिकारियों का अभाव चल रहा है। कई अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी महाकुम्भ मेले में लगा दी गई है। जिससे दूर दराज से समस्या लेकर पहुंचने वाले फरियादियों के काम काज पर बुरा असर पड़ रहा है। अधिवक्ता मनोज कुमार शुक्ला, दुर्गेश तिवारी, अनिल कुमार सिंह सहित कई ने बताया कि फरियादियों की फाइले कार्यालय में रखी हैं, लेकिन अधिकारियों की उपस्थिति न होने से फाइल का निस्तारण नहीं हो सका। कुछ इसी तरह की हालत ब्लाक मुख्यालय मेजा पर देखा जा सकता है, जहाँ खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी कभी कभार बैठ पा रहे हैं। अधिकारियों के न बैठने से कार्यालय के कर्मचारी भी मनमानी करते हैं। कार्यालय में पहुंचने के बाद गायब हो जाते हैं।